अनैतिकता पर नैतिकता,असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक दशहरा सकुशल सम्पन्न
नाभिकुंड पियूष बस यांके । नाथ जिअत रावनु बाल ताकें।।सायक एक नाभि सर सोषा । अपर लगे भुज सिरकरि रोषा ।। गर्जउ मरत घोर रव भारी। कहां राम रन हाथों पचारी।। डोली भूमि गिरत दसकंधर। छुभित सिंधु सरि दिग्गज भूधर।।
सुशील त्रिवेदी, अकबरपुर। नाभिकुंड पियूष बस यांके । नाथ जिअत रावनु बाल ताकें।।सायक एक नाभि सर सोषा । अपर लगे भुज सिरकरि रोषा ।। गर्जउ मरत घोर रव भारी। कहां राम रन हाथों पचारी।। डोली भूमि गिरत दसकंधर। छुभित सिंधु सरि दिग्गज भूधर।।
लंका के युद्ध में मारे गए अनेकों वीर योद्धाओं के बाद रावण ने अहिरावण का स्मरण किया अहिरावण विभीषण का वेष बनाकर रामादल से श्रीराम लक्ष्मण को चुराकर पाताल ले जाता है हनुमानजी की मदद से अहिरावण का वध होता।
नारान्तक और राम का भीषण युद्ध होता है नारान्तक के बध के बाद दसवें दिन स्वयं रावण रणक्षेत्र में जाकर राम रावण का युद्ध होता है अनेको प्रकार के बाणों की वृष्टि कर्ता है श्री राम जी ने अनेकों बाणों द्वारा मारने का प्रयास करते हैं लेकिन रावण की मृत्यु नहीं होती तब विभीषण जी ने राम जी को गुप्त रहस्य बताया कि रावण के नाभि में अमृत कुण्ड है पहले उसे सोखना होगा प्रभु ने अपने धनुष पर इकत्तीस बाणों को चढ़ा कर मारा तब रावण भूमि पर गिरा रावण के मरते ही पूरा मैदान श्रीराम के जय जय करों से गूंज गया व्यास पीठ पर विनीत द्विवेदी ने खुले कण्ठ से राम जी की सेना चली गीत सुन लीला दर्शक आनन्द मे समाहित हो गए लक्ष्मी नारायण की तबले की थाप से युद्ध की विभिन्न आवाजें सुनाई दी रामकुमार जी ने आर्गन पर संगत प्रदान की भगवान श्री राम जी की सवारी में नगर के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने सम्लित होकर प्रभु श्री राम जी की भक्ति का परिचय दिया जगह जगह विजय माल पहना कर स्वागत किया।
13 अक्टूबर को विशाल दंगल है। इस अवसर पर राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी जितेंद्र सिंह गुड्डन पूर्व अध्यक्ष विकास सिंह भोले के अलावा प्रशासनिक अधिकारी समिति के अध्यक्ष प्रशांत ओमर, महामंत्री सुनील कुमार गुप्ता प्रमोद मिश्रा महेश चंद्र अग्रवाल अशोक मिश्रा राजेश मिश्रा जहान सिंह यादव मोनू सिंह राजावत सरमन शुक्ला मयंक शुक्ला अभिषेक श्रीवास्तव विकास सैनी मंगल यादव रविंद्र सिंह रितेश गुप्ता दुर्गेश शर्मा अभिषेक मिश्रा शिव शंकर मिश्रा राहुल गुप्ता सूर्यकांत त्रिपाठी राम जी मिश्रा आदि उपस्थित रहे।