बाबा साहब ने हमें स्वाभिमान से जीना सिखाया: बी 0पी0 अशोक
स्थानीय राजकीय कृषि मंडी समिति मैं विगत बृहस्पतिवार को भारतीय दलित पैंथर एवं डॉ अंबेडकर मेला समिति के नेतृत्व में विजयादशमी के अवसर पर विशाल बौद्ध दीक्षा समारोह एवं अंबेडकर मेला का आयोजन किया गया।
राम सेवक वर्मा, पुखरायां। स्थानीय राजकीय कृषि मंडी समिति मैं विगत बृहस्पतिवार को भारतीय दलित पैंथर एवं डॉ अंबेडकर मेला समिति के नेतृत्व में विजयादशमी के अवसर पर विशाल बौद्ध दीक्षा समारोह एवं अंबेडकर मेला का आयोजन किया गया l
प्रदेश की एकमात्र बौद्ध मेला में हजारों लोगों ने बौद्ध दीक्षा ली जिसे बौद्ध भिक्षु सुमित रत्न तथा दीप रत्न ने विधिवत बुद्ध वंदना और त्रिसील वंदना के साथ पूरा कराया I.इस कार्यक्रम का संचालन चंद्र प्रकाश सिंह ने किया l कार्यक्रम की अध्यक्षता विलास खरात ने की I भारतीय दलित पैंथर के प्रदेश अध्यक्ष एवं मेला संचालक धनीराम पैंथर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब हमें बौद्ध मय भारत बनाना है l
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं पूर्व आईपीएस अफसर डॉ बी0 पी0 अशोक ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर ने हमारे अधिकारों को संविधान में जगह देकर हम सबको स्वाभिमान के साथ जीना सिखाया हैl उन्होंने कहा कि डॉo अंबेडकर ने बौद्ध धर्म ग्रहण करके हमारे समाज को जीने की एक नई राह दिखाई थी जिसे हम सबको अपनाना होगा l कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता तथा हाई कोर्ट इलाहाबाद के अधिवक्ता हृदय लाल मौर्य ने कहा कि संविधान संसद से भी ऊपर है क्योंकि संविधान में ही कार्यपालिका और विधायिका को जगह मिली है , जहां कानून बनते हैं l
मेला के मुख्य संरक्षक तथा पूर्व राज्य मंत्री कुलदीप शंखवार ने कहा कि यदि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का दिया हुआ संविधान सुरक्षित है तभी हमारे अधिकार भी सुरक्षित हैं इसलिए हम सबको किसी भी तरह संविधान की सुरक्षा करनी है l
राजस्थान के भरतपुर से आई भीम मिशन की गायिका निशा बौद्ध ने पूरी रात मेले में श्रोताओं का मनोरंजन के साथ भीम साहित्य को गीतों के द्वारा प्रस्तुत किया l इस मौके पर संरक्षक मंडल के सालिक राम, अंजनी कुमार, अमर सिंह, विनोद कुमार, दिलीप शंकर दिवाकर, राघवेंद्र सिंह, दीपक राज, आदित्य राव सुमन, मेला सहसंयोजक शिव प्रताप बौद्ध, रानी दिवाकर , अरविंद कुमार गौतम, सिद्ध गोपाल , गौरव गौतम, शशिकांत ,आदि लोग मौजूद रहे I कार्यक्रम के पूर्व नगर की प्रमुख मार्गो से सजीव झांकिया के साथ शोभायात्रा भी निकल गई I
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