सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न, जिलाधिकारी ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
जिलाधिकारी कपिल सिंह की अध्यक्षता में आज जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार, कलेक्ट्रेट में सम्पन्न हुई। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, ट्रैफिक प्रबंधन, सड़क अवरोध हटाने, सुरक्षा संकेतक, आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता, ब्लैक स्पॉट सुधार एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों की समीक्षा की गई

- बिना नम्बर प्लेट व ओवरलोड वाहनों पर होगी कार्यवाही, झांसी हाईवे की स्ट्रीट लाइटें व पैचवर्क कराए जाएंगे दुरुस्त
- सभी स्कूली वाहनों की होगी फिटनेस जांच, ड्राइवरों के चरित्र एवं ड्राइविंग लाइसेंस का किया जाएगा सत्यापन
अमन यात्रा ब्यूरो,कानपुर देहात। जिलाधिकारी कपिल सिंह की अध्यक्षता में आज जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार, कलेक्ट्रेट में सम्पन्न हुई। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, ट्रैफिक प्रबंधन, सड़क अवरोध हटाने, सुरक्षा संकेतक, आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता, ब्लैक स्पॉट सुधार एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।जिलाधिकारी ने कहा कि हाईवे किनारे किए गए अवैध अतिक्रमणों को अभियान चलाकर हटाया जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। उन्होंने झांसी हाईवे पर किए गए पैचवर्क को पुनः दुरुस्त कराने, स्ट्रीट लाइटों को शीघ्र ठीक कराने तथा सड़क सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रमुख मार्गों, चौराहों व स्कूलों के पास रंबल स्ट्रिप, स्पीड ब्रेकर एवं रिफ्लेक्टर युक्त साइनेज बोर्ड लगाए जाएं, ताकि रात्रिकालीन दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम किया जा सके। ब्लैक स्पॉट वाले स्थानों की पहचान कर सुधार कार्य तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए गए। जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग को निर्देशित किया कि बिना नम्बर प्लेट वाले, ओवरलोड एवं गलत दिशा में चलने वाले वाहनों पर विशेष अभियान चलाकर सख्त कार्यवाही की जाए। साथ ही हेलमेट एवं सीट बेल्ट पहनना पूर्णतः अनिवार्य किया जाए और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर प्रभावी चालान कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में संचालित सभी स्कूली वाहनों की फिटनेस जांच अनिवार्य रूप से कराई जाए, और जो वाहन फिटनेस मानकों को पूरा नहीं करते, उन्हें तत्काल प्रभाव से संचालन से बाहर किया जाए। सभी स्कूल वाहन चालकों का चरित्र प्रमाण पत्र व ड्राइविंग लाइसेंस सत्यापित किया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही गोल्डन आवर के भीतर राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत स्कूलों, कॉलेजों एवं ग्राम पंचायत स्तर पर सड़क सुरक्षा शपथ, रैली, पोस्टर प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक एवं प्रचार वाहनों के माध्यम से जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए, जिससे नागरिकों में यातायात अनुशासन की भावना विकसित होगी। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों लोक निर्माण विभाग, पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य, शिक्षा, नगर निकाय एवं ऊर्जा विभाग को आपसी समन्वय स्थापित कर सड़क सुरक्षा के प्रति सामूहिक उत्तरदायित्व निभाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना प्रशासन की प्राथमिकता है, और इसके लिए सभी विभागों को ठोस कार्य योजना बनाकर त्वरित क्रियान्वयन करना होगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमित कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, संभागीय परिवहन अधिकारी, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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