साहित्य जगत

“अनुराग अबतक है”

       "अनुराग अबतक है" हो गये तुम दूर पर अनुराग अबतक है। डस रहा मुझको विरह का नाग अबतक है।…

3 years ago

सत्ता विहीन सख्श नही किसी काम का मान,सम्मान भी नही पूरा उसे मिलता अपने नाम का

राजनीति की बात करे या करे सामान्य जन जीवन की  तो सत्ता की अहम भूमिका हैं उसमें हर किरदार, हर…

3 years ago

स्वार्थ और लालच की राजनीति में कहां खड़े हैं हम देश और प्रदेश के निवासी

स्वतंत्र भारत में कुछ वर्षों पूर्व तक हम सब जब किसी रेल यात्रा पर निकलते थे तो स्टेशनों पर इंतजार…

3 years ago

गांव के गलियारे, शहरों में वो अपनत्व कहां

गांव के गलियारे शहरों में वो अपनत्व कहां जो हैं गांव के गलियारे में सुकून हैं,नीम की छांव हैं l…

3 years ago

“अलविदा स्वर साम्राज्ञी लताजी”

28 सितंबर 1929 को जन्मी स्वर कोकिला। जिनके सानिध्य में संगीत का आनंद सबको मिला॥ आपकी आवाज ने दी थी…

3 years ago

हिंदी का गणित

हर तारीख़ का अपना इतिहास और महत्व होता है। इसी प्रकार 10 जनवरी हिंदी प्रेमियों के लिए काफ़ी अहम है।प्रत्येक…

3 years ago

“राष्ट्रीय युवा दिवस”

प्रति वर्ष 12 जनवरी को मानते हम राष्ट्रीय युवा दिवस। विवेकानन्दजी ने किया था तम का विध्वंस॥ इसी दिन हुआ…

3 years ago

the नियोजित शिक्षक’ के बहाने कई नए शब्दों की हुई खोज

हिंदी भाषा में कई नए शब्दों के अन्वेषक -लेखक तत्सम्यक् मनु रचित दूसरे उपन्यास 'the नियोजित शिक्षक' पढ़कर मन 'गार्डन-गार्डन'…

3 years ago

अश्रु

बहते है अश्क ही आंखो के द्वार से खुशी हो तो भी बहेंगे ये गम में तो बहने का दस्तूर…

3 years ago

गडबी की धुंधली दिवाली

 साल  में कई त्योहार आते हैं और हम भी खुशी खुशी मनातें हैं।लेकिन दिवाली तो सब से महत्व का त्यौहार…

3 years ago

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