गजल
-
काली जुल्फें घटा सी छाई हैं।कोई खुशबू सलाम लाई है।।
काली जुल्फें घटा सी छाई हैं। कोई खुषबू सलाम लाई है।। तुमने पलकों को जब भी बन्द किया, सारी…
Read More »
काली जुल्फें घटा सी छाई हैं। कोई खुषबू सलाम लाई है।। तुमने पलकों को जब भी बन्द किया, सारी…
Read More »