कोरोना से मची हाहाकर, जानिए क्या हैं संक्रमण से बचाव के तरीके
देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है. इस बीमारी की सही जानकारी होने से इससे लड़ने में बहुत मदद मिलेगी. जरूरी है कि इस बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल कर अपनी रक्षा स्वयं की जाए.

यूनीसेफ की बेवसाइट के मुताबिक यह वायरस किसी पीड़ित व्यक्ति के खांसने या छींकने से सांस के कणों/बूंदों के सीधे संपर्क में आने से या वायरस से संक्रमित सतह को छूने से फैलता है. कोविड-19 वायरस कुछ घंटों तक अपनी सतह पर जीवित रहता है लेकिन इसे किसी साधारण निस्संक्रामक से खत्म किया जा सकता है.
लक्षण
कोरोना के लक्षणों में बुखार, खांसी, जल्दी-जल्दी सांस लेना आदि हो सकता है. अधिक गंभीर मामलों में निमोनिया या सांस की तकलीफ आदि हो सकते हैं और गंभीर लेकिन कम मामलों में इससे जान भी जा सकती है.
इसके लक्षण फ्लू (इन्फ्लुएंजा) या सामान्य सर्दी-जुकाम से मिलते जुलते हैं, जिनकी संभावना कोविड-19 की अपेक्षा अधिक है. इसमें टेस्ट करना जरूरी है, जिससे किसी को कोविड-19 होने पर पता चल सके.
बचाव के तरीके
मास्क पहनें
यदि आपको सांस से संबंधित लक्षण (खांसी और छींकना) है तो आपको मेडिकल मास्क पहनना चाहिए. अन्यथा कोई दूसरा मास्क या फेस कवर का इस्तमाल भी किया जा सकता है. अगर आप मास्क पहनते हैं तो उसे सही ढंग से इस्तेमाल करने के बाद नष्ट कर देना चाहिए. जिससे उसका सही असर हो और उससे किसी और में वायरस का संक्रमण न फैले.
बार-बार हाथ धोएं
केवल मास्क पहनने से ही संक्रमण से बचाव नहीं होता है, इसलिए इसके साथ बार-बार हाथ धोना, छींकते और खांसते समय मुंह ढकना और किसी सर्दी या फ्लू के लक्षणों (खांसी, छींक, बुखार) वाले व्यक्ति से सीधे संपर्क से बचना जरूरी है.
लक्षण दिखें तो क्या करें
अगर आपको या आपके परिवार में किसी को बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. अगर आप किसी ऐसी जगह गए हैं जहां कोरोना वायरस के मामले सामने आए हों या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हों जो ऐसे जगह पर गया हो और उसे सांस संबंधी तकलीफ हो तो आप पहले ही अपने डॉक्टर को संपर्क करें.
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