बांदा

बांदा में उद्यान विभाग के रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने जहर खाकर दी जान

स्वजन ने बताया कि पेट की बीमारी उन्हें कई वर्षों से थी। इससे तीन वर्ष पहले भी वह बाहर कहीं से सल्फास लेकर घर आए थे। उसने खाने के लिए कहने पर उन्होंने सल्फास को फेंक दिया था। उस समय इस तरह की घटना टल गई थी।

Story Highlights
  • बेटी आशा ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पहले वह उद्यान विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। काफी समय से उन्हें पेट में अल्सर की शिकायत थी।

बांदा,अमन यात्रा । शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बिजली खेड़ा निवासी 62 वर्षीय रिटायर्ड इंस्पेक्टर मोहनलाल प्रजापति ने शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे घर में जहरीला पदार्थ खा लिया। देररात हालत बिगड़ने पर स्वजन को मामले की जानकारी हो सकी। आनन-फानन उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। बेटी आशा ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पहले वह उद्यान विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। काफी समय से उन्हें पेट में अल्सर की शिकायत थी। जिसका झांसी में उपचार चल रहा था। एक बार पेट का ऑपरेशन भी हो चुका था। पेट में तकलीफ बढ़ने पर वह परेशान हो जाते थे। रात में जब वह अपनी छोटी बहन अंजना के साथ पढ़ाई कर रही थी।

बेटी के मुताबिक पिता को पेट में तकलीफ थी। इससे वह छत में टहलने चलने गए थे। जहां उन्होंने सल्फास खा ली थी। बता दें कि मोहनलाल प्रजापति के तीन बेटी व एक बेटा उदयभान है। घटना से पत्नी शांति समेत अन्य स्वजन बेहाल हैं। कोतवाली निरीक्षक जयश्याम शुक्ल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी तक कोई सुसाइड नोट आदि नहीं मिला है।

तीन वर्ष पहले भी करना चाहते थे सुसाइड

– स्वजन ने बताया कि पेट की बीमारी उन्हें कई वर्षों से थी। इससे तीन वर्ष पहले भी वह बाहर कहीं से सल्फास लेकर घर आए थे। उसने खाने के लिए कहने पर उन्होंने सल्फास को फेंक दिया था। उस समय इस तरह की घटना टल गई थी

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Author: aman yatra


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