बांदा
बांदा में उद्यान विभाग के रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने जहर खाकर दी जान
स्वजन ने बताया कि पेट की बीमारी उन्हें कई वर्षों से थी। इससे तीन वर्ष पहले भी वह बाहर कहीं से सल्फास लेकर घर आए थे। उसने खाने के लिए कहने पर उन्होंने सल्फास को फेंक दिया था। उस समय इस तरह की घटना टल गई थी।

- बेटी आशा ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पहले वह उद्यान विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। काफी समय से उन्हें पेट में अल्सर की शिकायत थी।
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