कैलई के लाल को नम आँखों से दी गई अंतिम विदाई, उमड़ा जन सैलाब
अंबाला में सेना के जवान की हत्या के बाद शनिवार सुबह उनका पार्थिव शरीर कानपुर देहात स्थित उसके घर पहुंचा। देवीपुर स्थित कैलई गांव में जैसे ही एम्बुलेंस दरवाजे पर पहुंची, सिसकियां चीखों में बदल गईं।

- अंतिम संस्कार में रो-रोकर पत्नी बेहोश हुई, बोली-हत्यारों को फांसी हो
- पिता बोले- बउआ से मिल लो..लौट के नहीं आएगा
ब्रजेन्द्र तिवारी, पुखरायां : अंबाला में सेना के जवान की हत्या के बाद शनिवार सुबह उनका पार्थिव शरीर कानपुर देहात स्थित उसके घर पहुंचा। देवीपुर स्थित कैलई गांव में जैसे ही एम्बुलेंस दरवाजे पर पहुंची, सिसकियां चीखों में बदल गईं। जवान के अंतिम दर्शन के लिए पूरा गांव जुट गया। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। इकलौते बेटे की मौत से दुखी पिता अपनी पत्नी से बार बार बोल रहे हैं कि मिल लेओ अब लौट के न अइए बउआ, न देखे का मिलिए। उनकी बातों को सुनकर हर कोई रो पड़ा।
पति का पार्थिव शरीर लेकर अपने ससुराल पहुंची पत्नी रागिनी घरवालों से मिलते ही बेहोश हो गईं। बार-बार वो कह रही हैं कि मेरे पति के हत्यारों को फांसी दी जाए। वहीं, बेसुध मां अपने बेटे को देखकर बार बार यही कह रही है कि हाय बउआ कहां चले गए, अब कबहूं न मीलियों का… एक बार तो आंखें खोलो। पवन का अंतिम संस्कार उनके गांव के बाहर किया गया।
मालूम हो कि कानपुर देहात जनपद के बरौर थानांतर्गत कैलई निवासी अंबाला कैंट में तैनात 35 वर्षीय सेना के जवान के पार्थिव शरीर का शनिवार को पैतृक गांव में भारी बारिश के बीच सेना के अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों व हजारों की संख्या में क्षेत्रीय लोगों की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।इस अवसर पर पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने परिवार को ढांढस बंधाते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।बताते चलें कि कानपुर देहात जनपद के बरौर थानांतर्गत कैलई गांव निवासी 35 वर्षीय पवन शंकर बीते कुछ वर्षों पहले सेना में भर्ती हुए थे।वर्तमान में वह अंबाला कैंट में तैनात थे तथा अपनी पत्नी रागिनी तथा दो पुत्रियों के साथ अंबाला में ही रह रहे थे।बीते बुधवार की शाम वह मंदिर जाने की बात कहकर अपने घर से निकले थे। लेकिन वापस नहीं लौटे।
इसी बीच पवन सचान के मोबाइल से उसकी पत्नी के मोबाइल फोन पर मैसेज आया।गुरुवार को एक शव अंबाला दुखड़ी रेलमार्ग पर पड़ा पाया गया।सेना के जवानों ने जीआरपी से संपर्क किया तो मृतक की पहचान की गई।घटना की सूचना मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया।वहीं शनिवार को पोस्टमार्टम उपरांत मृत जवान का पार्थिव शरीर पैत्रक गांव लाया गया।सेना के जवान का पार्थिव शरीर जैसे ही पैतृक गांव पहुंचा परिजनों में कोहराम मच गया।पूरा माहौल गमगीन हो गया।राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए सैनिक को अंतिम विदाई दी गई।इस दौरान पवन सचान अमर रहे,भारत माता की जय के नारों के साथ पूरा गांव गुंजायमान हो उठा।
हजारों की संख्या में लोगों ने तिरंगे के साथ शव यात्रा निकाली और भारत माता की जय के नारे लगाए।सैनिक पवन शंकर का चेहरा आखिरी बार देखते ही उनकी मां तथा पत्नी बेसुध हो गईं। वहीं इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार राकेश सचान,समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक प्रत्यासी नरेंद्र पाल उर्फ मनु यादव,मुकेश वर्मा निषाद विधायक शिकोहाबाद,विधानसभा अध्यक्ष राघव अग्निहोत्री,भगवती प्रसाद सागर,जिलाध्यक्ष अरुण यादव उर्फ बबलू राजा,जिला पंचायत सदस्य संजय सचान ने मौके पर पहुंचकर मृत जवान के पार्थिव शरीर को पुष्पांजलि अर्पित कर परिवार को ढांढस बंधाते हुए परिजनों को हर संभव सहायता दिलाये जाने का आश्वासन दिया।इस मौके पर उपजिलाधिकारी भोगनीपुर राजकुमार चौधरी,तहसीलदार सुनील कुमार,क्षेत्राधिकारी डेरापुर शिव ठाकुर,नायब तहसीलदार मनीष द्विवेदी,थाना प्रभारी महेंद्र सिंह सहित सेना के जवान तथा हजारों की संख्या में क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे
Discover more from अमन यात्रा
Subscribe to get the latest posts sent to your email.