अब नए नियमों के तहत बेसिक स्कूलों में मनाया जाएगा बच्चों का जन्मदिन, उपस्थिति बढ़ाने के लिए नई कवायद
परिषदीय स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ बच्चों का पंजीयन व उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। शिक्षक नियमित रूप से अभिभावकों से संवाद कर रहे हैं। माह में एक बार होने वाली बैठक में भी उन्हें बुलाया जा रहा है। बच्चों का विद्यालय से जुड़ाव बढ़ाने के लिए अब उनका जन्मदिन भी मनाया जाएगा

कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ बच्चों का पंजीयन व उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। शिक्षक नियमित रूप से अभिभावकों से संवाद कर रहे हैं। माह में एक बार होने वाली बैठक में भी उन्हें बुलाया जा रहा है। बच्चों का विद्यालय से जुड़ाव बढ़ाने के लिए अब उनका जन्मदिन भी मनाया जाएगा। यह आयोजन प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को होगा। उस दिन उस माह में जन्म लेने वाले सभी बच्चों का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। बच्चों के माता-पिता को भी आमंत्रित किया जाएगा। यह सब बच्चों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। इसके तहत ग्रीष्मावकाश तथा शीतकालीन अवकाश में घर पर सीखने की क्षमता बढ़ाने के लिए भी बच्चों को गृह कार्य दिए जाएंगे। आवश्यकता के अनुसार प्रोजेक्ट कार्य भी कराने होंगे। बीएसए रिद्धी पाण्डेय के अनुसार बच्चों की नियमित उपस्थिति स्कूलों में बढ़ने पर ही शैक्षिक स्तर बढ़ेगा।
निजी स्कूलों की तरह प्रत्येक विद्यालय वार्षिक उत्सव, बच्चों का जन्मदिन मनाने के साथ साथ छात्रों को स्कूलों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। नए सत्र में अभिभावक शिक्षक बैठक में नियमित उपस्थित होने वाले बच्चों के अभिभावकों की विशेष रूप से सराहना की जायेगी तथा कम उपस्थिति वाले बच्चों के अभिभावकों का विशेष ध्यान आकर्षित करते हुए बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय आने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त शिक्षा चौपाल के दौरान विद्यालय में कार्यरत उत्कृष्ट योग्यताधारी शिक्षकों, शैक्षणिक रणनीति, समय सारिणी, संदर्शिका, टीएलएम, पुस्तकालय, प्रिंट रिच सामग्री, बिग बुक्स, गणित एवं विज्ञान किट, आकलन के तरीके, रिपोर्ट कार्ड तथा खेलकूद सामग्री आदि का प्रदर्शन करते हुए अभिभावकों एवं जन समुदाय को जागरूक किया जाएगा।
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