नफरत के तरन्नुम
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कविता
कमी है बहुत खुबियां भी बहुत हैं, सभी में यही गुण भरे हैं यारो।
कमी है बहुत खुबियां भी बहुत हैं, सभी में यही गुण भरे हैं यारो। कमी किसी को दिखी किसी को…
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कमी है बहुत खुबियां भी बहुत हैं, सभी में यही गुण भरे हैं यारो। कमी किसी को दिखी किसी को…
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