बीएसए ने दो शिक्षकों को किया निलंबित तीन का वेतन किया अवरुद्ध
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सख्ती व लगातार निरीक्षण के बाद भी परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता की जांच के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ही नहीं बल्कि खंड शिक्षा अधिकारी भी अनवरत औचक निरीक्षण कर रहे हैं लेकिन फिर भी शिक्षकों का स्कूलों से गायब रहना जारी है।

- बीएसए के ताबड़तोड़ निरीक्षण के बाद भी शिक्षक नदारद, बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
अमन यात्रा, कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सख्ती व लगातार निरीक्षण के बाद भी परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता की जांच के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ही नहीं बल्कि खंड शिक्षा अधिकारी भी अनवरत औचक निरीक्षण कर रहे हैं लेकिन फिर भी शिक्षकों का स्कूलों से गायब रहना जारी है। स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति का झोल थमने का नाम नहीं ले रहा है।
आज बीएसए रिद्धी पाण्डेय झींझक विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय लालजी का पुरवा में औचक निरीक्षण करने पहुंची तो वहां शिक्षक गायब मिले साथ ही नामांकित 53 बच्चों के सापेक्ष मात्र 4 बच्चे ही उपस्थित मिले। बीएसए के निरीक्षण की जानकारी पाकर बच्चों के अभिभावक भी विद्यालय पहुंचे और उन्होंने बीएसए को अवगत कराया कि इस विद्यालय में इंचार्ज प्रधानाध्यापक विपिन पोरवाल एवं सहायक अध्यापिका शैलजा सविता जब कभी ही विद्यालय आती हैं। निरीक्षण में शैलजा सविता सहायक अध्यापिका आज भी अनुपस्थित मिली। बच्चों का शैक्षणिक स्तर भी अत्यंत न्यून पाया गया साथ ही अभिभावकों ने अन्य गंभीर शिकायतें भी बेसिक शिक्षा अधिकारी से की जिससे बीएसए का पारा गरम हो गया और उन्होंने उक्त दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया।
इसके उपरांत विकासखंड झींझक के उच्च प्राथमिक विद्यालय ताली का निरीक्षण किया छात्र उपस्थिति संतोषजनक न होने पर नाराजगी व्यक्त की। छात्र संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। शिक्षकों को कठोर चेतावनी देते हुए सभी व्यवस्थाएं जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी सुंदलपुर विकासखंड के संविलियन विद्यालय खानपुर प्रथम पहुंची यहां 13 शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं जिसमें सहायक अध्यापिका विंध्यवासिनी, सहायक अध्यापक धर्मेंद्र सिंह, सहायक अध्यापक जीतेंद्र कुमार दुबे को समय से विद्यालय न आने, शिक्षण कार्य न करने तथा अधिकांशत: अवकाश में रहने एवं बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित रहने की शिकायत प्राप्त होने की वजह से तीनों शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेशों तक के लिए अवरुद्ध कर दिया है साथ ही तीन दिवस के अंदर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। विभाग की कार्यवाही से लापरवाह शिक्षकों में हड़कंप का माहौल है।
बीएसए रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर विशेष निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसमें शिक्षकों की उपस्थिति, साफ-सफाई एवं बेहतर माहौल में पठन-पाठन सुनिश्चित कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।लापरवाह शिक्षकों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
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