कथावाचक ने श्रोताओं को उद्धव चरित्र,महारासलीला व रूक्मणी विवाह की कथा सुनाई
मलासा विकासखंड के रायरामापुर गांव में बीते 23 मार्च से आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन कथावाचक ने श्रोताओं को उद्धव चरित्र,महारासलीला व रूक्मणी विवाह की कथा सुनाई।
अमन यात्रा, पुखरायां। मलासा विकासखंड के रायरामापुर गांव में बीते 23 मार्च से आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन कथावाचक ने श्रोताओं को उद्धव चरित्र,महारासलीला व रूक्मणी विवाह की कथा सुनाई। इस अवसर पर श्रीकृष्ण रूक्मणी विवाह की सुंदर झांकी प्रस्तुत की गई।कथा को सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।विकासखंड के रायरामापुर में श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिवस में कथावाचक पंडित श्यामनारायण तिवारी ने कथा का वर्णन करते हुए कहा कि गोपियों ने भगवान कृष्ण से उन्हे पति के रूप में पाने की इच्छा प्रगट की।भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों की इस कामना को पूरा करने का वचन दिया।अपने वचन को पूरा करने के लिए भगवान ने महारास का आयोजन किया।इसके लिए शरद पूर्णिमा की रात को यमुना तट पर गोपियों को मिलने को कहा गया।सभी गोपियां सज धज कर यमुना तट पर पहुंच गई।कृष्ण की बांसुरी की धुन सुनकर सभी गोपियां अपनी सुध बुध खोकर कृष्ण के पास पहुंच गईं। उन सभी गोपियों के मन में कृष्ण के नजदीक जाने,उनसे प्रेम करने का भाव जागा।लेकिन यह पूरी तरह वासना रहित था।इसके बाद भगवान ने रास आरंभ किया। माना जाता है कि वृंदावन स्थित निधिवन ही वह स्थान है जहां श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था।
यहां भगवान ने एक अदभुत लीला दिखाई थी,जितनी गोपियां उतने ही श्रीकृष्ण के प्रतिरूप प्रगट हो गए।सभी गोपियों को उनका कृष्ण मिल गया और दिव्य नृत्य व प्रेमानंद शुरू हुआ।रूक्मणी विवाह का वर्णन करते हुए कथावाचक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सभी राजाओं को हराकर विदर्भ की राजकुमारी रूक्मणी को द्वारिका में लाकर उनका विधिपूर्वक पाणिग्रहण किया।इस मौके पर आयोजक मंडल द्वारा आकर्षक वेश भूषा में श्रीकृष्ण व रूक्मणी विवाह की झांकी प्रस्तुत कर विवाह संस्कार की रस्मों को पूरा किया गया।कथा के साथ साथ भजन संगीत भी प्रस्तुत किया गया।कथा को सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।कथा का समापन गुरुवार को होगा।इस अवसर पर हवन पूजन के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जायेगा।इस मौके पर परीक्षित दयाराम पाल, रमाशंकर पाल, निर्देश पाल, रामगोपाल सविता, प्रमोद सविता, रामसजीवन पाल,आकाश शर्मा, श्रीबाबू पाल,मदन मिश्रा,विनोद पांडेय,मोंटी पांडेय, रघुवीर तिवारी,आशीष पांडेय,सौरभ पाण्डेय सहित समस्त ग्रामवासी मौजूद रहे।