
कृभको केंद्र प्रभारी की मनमानी, उर्वरक वितरण के दौरान किसानों से भेदभाव
-केंद्र प्रभारी के सगे व रिश्तेदार डायरेक्ट दफ्तर में घुसकर लेते हैं उर्वरक
-बगैर सेटिंग वाले किसान सुबह से लाइन में खड़े-खड़े शाम को लौटते हैं घर
-किसान संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी से करेंगे केंद्र प्रभारी की शिकायत
-मोहम्मदाबाद कृभको केंद्र का है पूरा मामला
चकिया, चंदौली। शुक्रवार की दोपहर घंटों लाइन में खड़े किसानों का गुस्सा उस समय फूट गया जब मोहम्मदाबाद कृभको केंद्र प्रभारी की मनमानी देखा गया। केंद्र प्रभारी अपने सगे व रिश्तेदारों को डायरेक्ट दफ्तर में बुलाकर पर्ची थमाते हुए व बगैर लाइन में खड़े हुए ही उर्वरक वितरण करते देखे गए। जिस पर लाइन में खड़े किसानों ने केंद्र प्रभारी पर किसानों के साथ भेदभाव व मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र प्रभारी की शिकायत जिला अधिकारी से की जाएगी। इस तरह से किसानों से भेदभाव करने वाले केंद्र प्रभारी को यहां से हटाया जाए। इसकी मांग संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी के समक्ष स्थानीय किसान करेंगे। आरोप है कि घंटों लाइन में खड़े किसानों को दरकिनार कर पहले केंद्र प्रभारी अपने खासमखास लोगों में उर्वरक की वितरण करतें हैं।
बतादें कि मोहम्मदाबाद स्थित कृभको केंद्र प्रभारी शुक्रवार की दोपहर उर्वरक की वितरण कर रहे थे। किसान लंबी लाइन में अपनी बारी का इंतजार भी कर रहे थे। जहां केंद्र प्रभारी का एक अनिल नामक रिश्तेदार या खासमखास व्यक्ति ब्रेजा गाड़ी से आया। जैसे ही ब्रेजा गाड़ी से वह व्यक्ति उतरा वैसे ही केंद्र प्रभारी उसे दफ्तर के अंदर बुलाकर धीरे से जेब में उर्वरक की पर्ची डाल दिए। उसके बाद वह व्यक्ति वहां से पर्ची लेकर गोदाम की ओर रवाना हुआ। मात्र 5 मिनट में ही पर्ची बना और गोदाम से उर्वरक ब्रेजा गाड़ी पर लोड हुआ फिर रवाना हो गया। यह मनमानी व भेदभाव घंटों से लाइन में खड़े किसानों ने देखकर पूरी तरह तिलमिला उठे। जहां किसानों ने केंद्र प्रभारी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र प्रभारी द्वारा किसानों से भेदभाव किया जा रहा है। ऐसे केंद्र प्रभारी को यहां से प्रशासन को हटा देना चाहिए। किसानों ने केंद्र प्रभारी द्वारा किए जा रहे मनमानी की शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी से करेंगे। किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सुबह से मात्र एक बोरा उर्वरक के लिए लाइन में खड़ा हूं दोपहर को दो बजने वाला है लेकिन उर्वरक अभी तक नहीं मिल पाया। केंद्र प्रभारी सिर्फ अपने खासमखास और रिश्तेदारों को उर्वरक बांटने में व्यस्त हैं। किसानों का यह भी आरोप रहा कि बगैर सेटिंग वाले किसानों को यहां लंबी लाइनों में व घंटों खड़ा होने के बाद ही उर्वरक उपलब्ध हो पता है।
Discover more from अमन यात्रा
Subscribe to get the latest posts sent to your email.