कानपुर

अब गोल्डन कार्ड को कहा जाएगा आयुष्मान कार्ड, सात दिन बाद से शुरू होगा अभियान, UP में निश्शुल्क सेवा

अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल (एडी हेल्थ) डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि शासन ने आपके द्वार आयुष्मान अभियान 10-24 मार्च तक चलाने के लिए पत्र लिखा है। इसे अब गोल्डन नहीं आयुष्मान कार्ड कहा जाएगा।

कानपुर, अमन यात्रा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना का लाभ बहुतायत लोगों तक पहुंचाने के प्रयास तेज हो गए हैं। अभी तक योजना के पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा था, अब सरकार ने उनका नाम ही बदल दिया है, अब इसे अायुष्मान कार्ड कहा जाएगा। लाभार्थियों काे प्लास्टिक का स्मार्ट कार्ड निश्शुल्क बना कर दिया जाएगा। प्रदेश में निश्शुल्क प्लास्टिक कार्ड बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। दस मार्च से कार्ड बनाने के लिए आपके द्वार आयुष्मान अभियान शुरू किया जाएगा।

आपके द्वार आयुष्मान अभियान 10-24 मार्च तक

अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल (एडी हेल्थ) डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि शासन ने आपके द्वार आयुष्मान अभियान 10-24 मार्च तक चलाने के लिए पत्र लिखा है। इसे अब गोल्डन नहीं, आयुष्मान कार्ड कहा जाएगा। लाभार्थियों का नया आयुष्मान कार्ड बनेगा, पीवीसी का होगा।

अब नहीं देना होगा शुल्क 

एडी हेल्थ डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने पत्र जारी किया है। उसमें कहा है कि जन सेवा केंद्र अभी तक 30 रुपये लेकर गोल्डन कार्ड बना रहे थे। अब गोल्डन की जगह आयुष्मान कार्ड बनाएंगे, जो निश्शुलक बनेगा। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर जन सुविधा केंद्र के बीच करार हुआ है। इन सेंटरों को सरकार के स्तर से प्रति कार्ड का शुल्क का भुगतान किया जाएगा। इसलिए लाभार्थी को किसी प्रकार का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। उन्हें सिर्फ अपना कार्ड बनवाना होगा।

60 दिन में आएगा कार्ड 

एडी हेल्थ ने बताया कि देश के 10 राज्यों में आयुष्मान कार्ड निश्शुल्क बनाने की तैयारी है। इसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। इस अभियान के तहत लाभार्थी जन सेवा केंद्र में जाकर राशन कार्ड व आधार कार्ड से सत्यापन कराएगा। वहां से ऑटोमेटिक लाभार्थी का डाटा केंद्र सरकार की एजेंसी के साफ्टवेयर में पहुंच जाएगा। वहां से तत्काल लाभार्थी को एक आइडी नंबर मिलेगा। इसके जरिए वह संबद्ध अस्पतालों में निश्शुल्क इलाज करा सकेगा। उसके 60 दिन बाद जन सेवा केंद्र संचालक लाभार्थी के घर प्लास्टिक का आयुष्मान कार्ड पहुंचाएगा। बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही कार्ड दिया जाएगा।

अहम तथ्य 

  • 2018 में जिले में वर्ष आयुष्मान भारत योजना हुई थी शुरू
  •  120 सरकारी एवं निजी अस्पताल जुड़े हुए हैं जिले में
  •  2,01,640 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं
  •  05 लाख रुपये तक प्रत्येक परिवार का होगा इलाज
AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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