शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के लिए बीएसए ने शुरू की नई पहल, जिले में हो रही चर्चा, महानिदेशक ने भी की तारीफ
राजेश कटियार, कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए निदेशालय स्तर से जहां अधिकांश कार्यों को ऑनलाइन कर दिया गया है वहीं दूसरी ओर अभी भी बहुत ऐसे कार्य हैं जिनकों ऑफलाइन निपटाना पड़ता है और ये कार्य जिले के कार्यालय स्तर से ही हल हो सकते हैं।
ऐसे में यूपी के कानपुर देहात जनपद में तैनात बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने शिक्षकों की समस्त विभागीय समस्याओं के समाधान के लिए पहली बार एक ऐसा महात्वपूर्ण कदम उठाया है जिसकी प्रंशसा पूरे जनपद के शिक्षकों में ही नहीं बल्कि यूपी के अन्य जिलों में भी ये कदम सराहनीय बताया जा रहा है। बता दें कि अभी तक इस तरह का कदम किसी भी जनपद में नहीं उठाया गया है। जिले की इस पहल को बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च पदेन अधिकारियों ने सराहा है।
विद्यालय कार्य दिवस में होती है पढ़ाई प्रभावित-
इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने हमारे न्यूज रिपोर्टर राजेश कटियार को बातचीत में बताया कि अक्सर देखा गया है कि शिक्षक अपनी समस्याओं को निपटाने के लिए स्कूल टाइम में कार्यालय के चक्कर लगाने के लिए मजबूर होते हैं। इसमें सबसे बड़ा नुकसान बच्चों का होता है उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। वहीं शिक्षको की मजबूरी ये रहती है कि स्कूल टाइम के बाद यदि वह कार्यालय पहुंचते हैं तो शाम हो जाती है, कभी-कभी ऐसा होता है कि हमको खुद भी शासन लेवल की मीटिंग में शामिल होना पड़ता है। ऐसे में शिक्षक को खाली हाथ ही लौटना पड़ जाता है। इस स्थिति को देखते हुए हमने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह अपने-अपने विकासखंड के शिक्षकों से संबंधित सभी प्रकरणों को निस्तारित करते हुए आख्या निर्धारित समय अवधि के अंतर्गत अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध कराएं।
इस तरह होगा समस्याओं का समाधान-
बीईओ शिक्षकों की समस्याओं को सुनेंगे और साक्ष्य सहित उनका स्पष्टीकरण लेंगे। इस बाबत बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि बीईओ विद्यालय समय के उपरान्त शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन कराते हुए सम्बन्धित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की समस्याओं के निस्तारण हेतु साक्ष्य सहित प्रत्यावेदन प्राप्त कर अपने स्पष्ट अभिकथन एवं साक्ष्य सहित नियमानुसार आख्या सहित निर्धारित तिथि दिनांक 3 मार्च से 5 मार्च 2024 तक अनिवार्य रूप से अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें जिससे निर्धारित समयान्तर्गत अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय से नियमानुसार निस्तारण की कार्यवाही पूर्ण करायी जा सके। उक्त के अतिरिक्त निर्धारित तिथि तक प्रकरण प्राप्त न कराये जाने की स्थिति यदि अधोहस्ताक्षरी के संज्ञान में आती है तो सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा। उक्त आदेश का कड़ाई के साथ अनुपालन सुनिश्चित किया जाय ताकि शिक्षकों की समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं कि वह बीआरसी स्तर पर कोई भी सूचना या कार्यवाही पेंडिंग न रखें।
निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को पूरा करने में होगी आसानी-
बीएसए रिद्धी ने बताया कि निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए 2026 का समय निर्धारित किया गया है। ऐसे में प्रयास है कि शिक्षक स्कूल टाइम में कार्यालय में अपने कामों को लेकर न परेशान हो। कोशिश है कि कानपुर देहात जनपद को टॉप 1 जिला बनाया जा सके। अगर किसी शिक्षक को कोई भी समस्या है तो वह 24 फरवरी से 29 फरवरी 2024 तक अपने खंड शिक्षा अधिकारी को साक्ष्य सहित प्रत्यावेदन देकर अपनी समस्या का निस्तारण करवा सकता है।
निम्न प्रकरणों का होगा निस्तारण –
एक दिन का अवरूद्ध वेतन, अग्रिम आदेशों तक अवरूद्ध वेतन, अवरूद्ध वेतन वृद्धि, दिनांक 31 मार्च 2024 तक सेवा निवृत्ति शिक्षक / शिक्षिकओं / कर्मचारी की पेंशन पत्रावली एवं अन्य देयक, दिनांक 31 मार्च 2024 के पूर्व आकस्मिक मृत्यु शिक्षक / शिक्षिकओं / कर्मचारी के परिवार को देय पारिवारिक पेंशन पत्रावली एवं अन्य देयक, डेथ ग्रेच्युटी, चयन वेतनमान से सम्बन्धित प्रकरण, अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण से आये शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की उपस्थिति से सम्बन्धित प्रकरण एवं अन्य सभी अनिस्तारित / लम्बित प्रकरणों का निस्तारण किया जायेगा।