ध्वनियों की स्पष्टता भाषा शिक्षण में आवश्यक -सन्त कुमार दीक्षित
भाषा शिक्षण में ध्वनियों की भिन्नता को स्पष्ट करते हुए पठन के प्रवाह पर कार्य करने की आवश्यकता है यह बात निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत स्थानीय संत विवेकानंद विद्यालय में परिषदीय शिक्षकों के चार दिवसीय प्रशिक्षण में मंगलवार को स्टेट रिसोर्स ग्रुप के सदस्य (एस आर जी ) सन्त कुमार दीक्षित ने कही

- परिषदीय शिक्षकों का एफ एल एन प्रशिक्षण
पुखरायां।भाषा शिक्षण में ध्वनियों की भिन्नता को स्पष्ट करते हुए पठन के प्रवाह पर कार्य करने की आवश्यकता है यह बात निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत स्थानीय संत विवेकानंद विद्यालय में परिषदीय शिक्षकों के चार दिवसीय प्रशिक्षण में मंगलवार को स्टेट रिसोर्स ग्रुप के सदस्य (एस आर जी ) सन्त कुमार दीक्षित ने कही।
ए आर पी रवि द्विवेदी ने बताया कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2022 के अनुसार बच्चों का सामाजिक और भावनात्मक विकास करते हुए खेल खेल ,आपसी संवाद व तर्क करते हुए पठन पाठन से जोड़े। बुनियादी स्तर पर घर की भाषा को स्थान देकर पूर्व ज्ञान, कल्पनाशीलता , अनुभव पर चर्चा आदि कर माध्यम से बच्चों को बोलने के अधिक अवसर देने की आवश्यकता है।
ए आर पी मनोज शुक्ला ने बताया कि कक्षा 1,2,3 में शिक्षक संदर्शिका के माध्यम से तीन कालांशों में मौखिक भाषा विकास , डिकोडिंग व पठन कौशल पर कार्य करना है।
ए आर पी दिनेश बाबू ने समझ के साथ पढ़ने की रणनीतियों पर चर्चा की।
ए आर पी प्रवीण त्रिपाठी ने वार्षिक व साप्ताहिक शिक्षण चक्रों के बारे में बताया।
इस दौरान प्रधानाध्यापक रामनारायण, सीमा वर्मा, मृदुला सचान, श्री गुप्ता,नूरी,रेखा, सुनीता कृष्णकांत, अजीत सचान आदि रहे।
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