स्नेहा कृति (रचनाकार) कानपुर
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कविता
।। घूंघट ।। पुरानी प्रथाएं निभाई जाए या आधुनिक तकनीक अपनाई जाए !
।। घूंघट ।। पुरानी प्रथाएं निभाई जाए या आधुनिक तकनीक अपनाई जाए । जहां,एक तरफ घूंघट का सिर पर होना…
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कविता
।। शहादत ।।तिरंगे की शान की खातिर
।। शहादत ।। तिरंगे की शान की खातिर और मातृभूमि की आन की खातिर लाखों कर गए जान फिदा…
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कविता
कुछ अनछुए लम्हे
।। कुछ अनछुए लम्हे तन्हाई के साथ ।। अच्छा लगता हैं तन्हा! अकेले, गुजारना लम्हें सिर्फ ख्यालों के साथ ।…
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