सादगीपूर्ण ढंग से गायत्री देवी की पुण्यतिथि मनाई गई
माता-पिता बुजुर्गों के प्रति सेवा आदर व सम्मान प्रकट करने से आत्मविश्वास ,सकारात्मक सोच बढ़ती है व रचनात्मक कार्यों में वृद्धि व विकास की ओर अग्रसर होते हैं ।मां एक पवित्र व कर्तव्य व जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वाला शब्द है ,,यह वर्णन उप सुचना निर्देशक सेवानिवृत्त प्रमोद कुमार जी की माता श्री गायत्री देवी की सत्रवी (17वी) पुण्यतिथि के अवसर पर अधिशासी अभियंता सुनील दत्त ने व्यक्त किये।

रायबरेली,अमन यात्रा । माता-पिता बुजुर्गों के प्रति सेवा आदर व सम्मान प्रकट करने से आत्मविश्वास ,सकारात्मक सोच बढ़ती है व रचनात्मक कार्यों में वृद्धि व विकास की ओर अग्रसर होते हैं ।मां एक पवित्र व कर्तव्य व जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वाला शब्द है ,,यह वर्णन उप सूचना निर्देशक सेवानिवृत्त प्रमोद कुमार की माता गायत्री देवी की सत्रवी (17वी) पुण्यतिथि के अवसर पर अधिशासी अभियंता सुनील दत्त ने व्यक्त किये। समाजसेवी व वरिष्ठ पत्रकार राधेश्याम लाल कर्ण ने कहा कि मुसीबत की घड़ी में माँ ही काम आती है, क्योंकि मां का रिश्ता दिलों से जुड़ा होता है ।बदलते वक्त में मां के माता,मम्मी व माम हो जाए परंतु उसका भाव हमेशा ममता का होता है।
डॉक्टर सरोज धनंजय तिवारी,डॉ विनोद कुमार राम अचल आदि ने भी गायत्री देवी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।उप निर्देशक सूचना सेवानिवृत्त प्रमोद कुमार ने कहा कि माता गायत्री देवी ने बेहतर परिवार व सामाजिक जिम्मेदारियों व बच्चों के भविष्य को संवारने में अपना समय लगाने के लिए सदैव प्रेरित किया।
गायत्री देवी ने वर्ष 1996 में लखनऊ संसदीय क्षेत्र से लोकसभा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। चुनाव के दौरान बिल्कुल सादे तरीके से प्रचार का तरीका अपनाया था ।इस मौके पर संविधान शिल्पी भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भी स्मरण किया गया तथा मतदाता जागरूकता की शपथ भी ली गई ।दुबई में बसे परिवार के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश में आकर मतदान करेंगे इस बात की भी जानकारी दी।
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