G-4NBN9P2G16
कानपुर देहात

UGC का ऐतिहासिक कदम: अब एक साथ प्राप्त की गई दो डिग्रियां होंगी पूरी तरह मान्य!

देश में उच्च शिक्षा को अधिक लचीला और छात्र-केंद्रित बनाने की दिशा में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है।

राजेश कटियार ,कानपुर देहात: देश में उच्च शिक्षा को अधिक लचीला और छात्र-केंद्रित बनाने की दिशा में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब एक ही समय में दो डिग्रियां हासिल करने की पुरानी बाध्यता को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। इसका मतलब है कि एक ही शैक्षणिक सत्र में प्राप्त की गई दो डिग्रियां अब पूरी तरह से मान्य होंगी, चाहे वे रेगुलर, प्राइवेट या डिस्टेंस मोड में ली गई हों।

इस फैसले का सबसे बड़ा प्रभाव उन लाखों छात्रों पर पड़ेगा, जिन्होंने अप्रैल 2022 से पहले एक साथ दो डिग्रियां प्राप्त की थीं और उनकी वैधता को लेकर असमंजस की स्थिति थी। यूजीसी ने अपनी वेबसाइट पर 5 जून को जारी संशोधित निर्देशों में स्पष्ट कर दिया है कि 2022 से पहले एक साथ हासिल की गई ऐसी सभी डिग्रियां अब वैध मानी जाएंगी। पहले के नियमों में एक प्रावधान था जो 13 अप्रैल 2022 से पहले के छात्रों को इस लाभ से वंचित करता था, जिसे अब हटा दिया गया है।

क्या है नया नियम? यूजीसी ने 13 अप्रैल 2022 को दो शैक्षिक प्रोग्राम एक साथ करने के लिए गाइडलाइन जारी की थी। इसके तहत:

  • कोई भी छात्र फिजिकल मोड में एक साथ दो पूर्णकालिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकता है, बशर्ते उनकी कक्षाओं का समय न टकराए।
  • छात्र एक प्रोग्राम फिजिकल मोड में और दूसरा ओडीएल (ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग) या ऑनलाइन मोड में कर सकता है, या दोनों प्रोग्राम ओडीएल/ऑनलाइन मोड में भी कर सकता है।

इसी वर्ष 3 अप्रैल को हुई बैठक में यूजीसी ने इस नियम में संशोधन किया, जिसे 5 जून को सार्वजनिक किया गया। अब, पुराने प्रतिबंध हटा दिए गए हैं। इसका मतलब है कि गाइडलाइन जारी होने से पहले भी अगर छात्रों ने निर्धारित मानदंडों का पालन करते हुए एक साथ दो शैक्षणिक कार्यक्रम पूरे किए हैं, तो वे वैध माने जाएंगे। बस शर्त यह है कि वे डिग्रियां यूजीसी के नियमों, संबंधित विश्वविद्यालय के कानूनों और वैधानिक व्यावसायिक परिषदों या दूरस्थ शिक्षा निकायों से अनुमोदित हों।

यूजीसी का यह फैसला भारतीय उच्च शिक्षा के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। यह छात्रों को अपनी पढ़ाई और करियर के लक्ष्यों को प्राप्त करने में अधिक स्वतंत्रता और लचीलापन देगा। यह न केवल छात्रों को बहुआयामी कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें आधुनिक जॉब मार्केट की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने में भी मदद करेगा। यह कदम निश्चित रूप से छात्रों के भविष्य के लिए नए दरवाजे खोलेगा।

Author: aman yatra

aman yatra

Recent Posts

उत्तर प्रदेश में विश्वकर्मा पूजा को बंद रहेंगे स्कूल कॉलेज

राजेश कटियार,कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद से जारी अवकाश तालिका के अनुसार 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा है।… Read More

9 minutes ago

डीएम का आरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण, सात कर्मचारी नदारद

कानपुर : सर्वोदय नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में आज सुबह अचानक जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के पहुँचते ही हड़कंप मच… Read More

26 minutes ago

संदिग्ध परिस्थितियों में कुएं में गिरी महिला को बचाने उतरा जेठ, दोनों की मौत

मंगलपुर (कानपुर देहात)। मंगलवार सुबह सिकंदरा तहसील क्षेत्र के चमरौआ गांव का मजरा बलवंतपुर में एक दिल दहला देने वाली… Read More

2 hours ago

कानपुर देहात में दर्दनाक हादसा,रोटावेटर की चपेट में आकर युवक की मौत

कानपुर देहात में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। गजनेर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव में खेत में काम करते… Read More

2 hours ago

बिग ब्रेकिंग: सेवारत शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से मुक्त करने में जुटी योगी सरकार

सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को शिक्षकों के लिए अनिवार्य किए जाने संबंधी निर्णय पर मुख्यमंत्री… Read More

3 hours ago

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदर्शन और ज्ञापन का दिखा असर

लखनऊ/ कानपुर देहात। सेवारत शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिवार्य की गई टीईटी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने… Read More

4 hours ago

This website uses cookies.