कानपुर, अमन यात्रा। समय के साथ-साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। आरक्षण सूची जारी होने के बाद अब प्रधान पद के आरक्षण को लेकर चार आपत्तियां आईं हैं। एक आपत्ति लोधवाखेड़ा गांव की आई है। दूसरी शिकायत हृदयपुर और तीसरी ख्योरा कटरी गांव की है। इन ग्राम पंचायतों का आरक्षण बदलकर पिछड़ा वर्ग के लिए करने की मांग की गई है। हृदयपुर, ख्योरा कटरी और लोधवा खेड़ा गांव को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं। इसीलिए उन्होंने डीपीआरओ कार्यालय में आपत्ति दर्ज कराई है।
लोधवाखेड़ा के कालका प्रसाद, शिव प्रकाश ने आपत्ति में कहा है कि गांव में अनुसूचित जाति के सिर्फ 42 मतदाता हैं ,जबकि पिछड़ी जाति व अन्य जातियों के मतदाताओं की संख्या 1684 है। इसलिए इस सीट को पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित किया जाए अथवा इसे अनाराक्षित किया जाए। इसी तरह हृदयपुर ग्राम पंचायत के भारतपुरवा निवासी रूपराम ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण पर आपत्ति जताई है। उन्होंने इस आपत्ति के पीछे तर्क दिया है और आरक्षण पिछड़ी जाति के लिए करने की मांग की है। ख्योरा कटरी गांव के अशोक कुमार निषाद ने भी अनुसूचित जाति की जगह पिछड़ी जाति के लिए आरक्षण करने की मांग की है। जिला पंचायत सदस्य, बीडीसी सदस्य, ब्लाक प्रमुख और ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए फिलहाल कोई आपत्ति नहीं आई है। आठ मार्च तक आपत्तियां ली जाएंगी। जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर ने बताया कि आपत्तियां चार आई हैं। आठ मार्च तक आपत्तियां कोई भी व्यक्ति जमा कर सकता है।