चमारी प्रधान ने लेखपाल के साथ की अभद्रता मारपीट करने की दी धमकी
आटा जिला प्रशासन के आदेश से ग्रामीण क्षेत्र व शहरी क्षेत्र में अवैध कब्जा धारियों के ऊपर जिला प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है.

कालपी (जालौन )। आटा जिला प्रशासन के आदेश से ग्रामीण क्षेत्र व शहरी क्षेत्र में अवैध कब्जा धारियों के ऊपर जिला प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है. जिसको लेकर तहसील व ब्लाक स्तर पर सभी लेखपालों को अपने अपने ग्रामों में अवैध कब्जा किए लोगों को चिन्हित कर प्रशासन को अवगत कराएं इसी को देखते हुए रविवार को कदौरा ब्लाक के ग्राम चमारी में लेखपाल चमारी पहुंचे जहां पर फोन पर ग्राम प्रधान से बात की के आपके गांव में अवैध कब्जा के किए लोगों को चिन्हित कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजना है.
इतनी बात सुनते ही कुछ ही देर बाद आए ग्राम प्रधान बृजेश कुमार गौतम से लेखपाल ने जब गांव में अवैध कब्जा धारियों की जगह को चिन्हित करने की बात की तो वह भड़क उठे और कहने लगे कि आप कोई कलेक्टर हो या कोई अधिकारी जो हमें यहां से वहां घुमा रहे हो लेखपाल ने कहा कि प्रधान जी यह बात नहीं है हमें जिला प्रशासन की ओर से गांव में किए गए अवैध कब्जा धारियों की जगह को चिन्हित करना है जिसको लेकर हम आए हैं और जगह को चिन्हित कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट देना है लेकिन ग्राम प्रधान बृजेश कुमार गौतम ने लेखपाल की एक नहीं सुनी और लेखपाल के साथ गाली गलौज सरकारी काम में बाधा डालने और मारपीट की धमकी दी और कहने लगे कि हम क्या कोई बाबू है क्या आप के इशारे पर यहां से वहां घूमे आपको जो कुछ करना है,
आप कर लीजिए हम अपने स्तर से काम करेंगे लेखपाल के साथ हुई बदतमीजी को लेकर लेखपाल ने तत्काल शिकायत फोन पर उच्च अधिकारियों को कराई फोन पर उच्च अधिकारियों ने ग्राम प्रधान से बात की तो ग्राम प्रधान ने अपने बात का पल्ला झाड़ते हुए बताया कि यह सब बात नहीं है सर लेखपाल की बात से सहमत होकर उच्च अधिकारियों ने फोन पर ही ग्राम प्रधान को एफ आई आर दर्ज हुआ हमेशा चुनाव ना लड़ने की नसीहत दे डाली नाम ना छापने पर ग्रामीणों ने बताया है कि ग्राम प्रधान सरकारी जमीन पर अवैध मकान निर्माण करा रहा है और उक्त दबंग किस्म का प्रधान है जो गरीब मजदूरों का सरकारी पैसे का भी बंदरबांट गलत तरीके से कर रहा है इसकी कई शिकायतें हैं लेकिन दबंग होने के चलते कोई ग्रामीण इसकी शिकायत करने को तैयार नहीं होता है इसके पहले भी एक मामला संज्ञान में आया था कि जेसीबी से मनरेगा का काम कराया था और मजदूरों को इसकी भनक तक भी नहीं लगी थी लेकिन झूठ बोलने में इतना माहिर है कि अपने आप को बड़ा ईमानदार समझता है।
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