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कानपुर देहात के शिक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर मांगे 5 करोड़

कानपुर देहात जनपद मुख्यालय अकबरपुर में माध्यमिक शिक्षा परिषद की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य बहिष्कार कर शिक्षकों ने मृतक शिक्षक के परिवार को 5 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग की है और तत्संबंधी ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक अचल कुमार मिश्र को सौंपा जो मुख्य मंत्री को संबोधित था एवं सभी शिक्षक संगठनों के प्रमुखों द्वारा तैयार किया गया था

Story Highlights
  • बोर्ड की उ पु जमा करने गये शिक्षक हत्याकांड को लेकर जताया आक्रोश
  • जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपा ज्ञापन

अमन यात्रा ब्यूरो। कानपुर देहात जनपद मुख्यालय अकबरपुर में माध्यमिक शिक्षा परिषद की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य बहिष्कार कर शिक्षकों ने मृतक शिक्षक के परिवार को 5 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग की है और तत्संबंधी ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक अचल कुमार मिश्र को सौंपा जो मुख्य मंत्री को संबोधित था एवं सभी शिक्षक संगठनों के प्रमुखों द्वारा तैयार किया गया था।ज्ञातव्य है कि बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं को लेकर वाराणसी के एक राजकीय शिक्षक धर्मेंद्र कुमार अपनी टीम के साथ मुजफ्फरनगर जनपद के एक मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचे जहां उनकी सुरक्षा में तैनात हेड कांस्टेबल ने सरकारी राइफल से निर्मम हत्या कर दी,वह तो अच्छा रहा कि सहयोगियों ने उसे तुरंत पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया अन्यथा और भी बड़ी घटना हो सकती थी।

बताते चलें कि अकबरपुर मूल्यांकन केंद्र पर हाई स्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं मूल्यांकन चल रहा था जो अब उत्तर प्रदेश सरकार से वांछित कार्यवाई तक रोक दिया गया हालांकि जिला विद्यालय निरीक्षक श्री मिश्र ने आक्रोशित शिक्षकों से मूल्यांकन जारी रखने की अपील की किन्तु शिक्षकों ने उनकी एक न सुनी।उल्लेखनीय है कि जनपद के ही पुखरायां केंद्र पर इण्टरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बीते दिवस ही शोक व्यक्त कर रोक दिया गया है।

इस अवसर पर उप नियंत्रक भारत सिंह ने एक शोक प्रस्ताव पारित कर शिक्षको श्रद्धा-सुमन अर्पित किए जब कि नागेन्द्र सिंह भदौरिया,वी के मिश्र,राजेश कुमार श्रीवास्तव, जयराम बाबू,अनिल कुमार सिंह अनुपम द्विवेदी,आदर्श सचान राजेंद्र सिंह भदौरिया,आदि अनेक शिक्षकों ने अपने विचार व्यक्त किए।

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anas quraishi
Author: anas quraishi

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