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घाटमपुर : संपत्ति के लालच में ताऊ ने करवाई थी भतीजे की हत्या
थाना घाटमपुर क्षेत्र में विगत 07/08 जून की रात में हुई युवक प्रमेंद्र की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके सगे ताऊ ने संपत्ति के लालच में की थी। भतीजे की हत्या करने के लिए ताऊ ने ₹160000 की सुपारी भी दी थी। थाना घाटमपुर पुलिस ने सभी वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर हत्याकांड का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल ताऊ समेत चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
- थाना घाटमपुर पुलिस ने हत्याकांड में शामिल चार अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
- भतीजे की हत्या करने के लिए ₹160000 की दी थी सुपारी
- वारदात वाले दिन मृतक प्रमेन्द्र की बुआ ने राजबहादुर के साथ में देखा था
- जिस लड़की से शादी होने वाली थी उसको भी फोन पर दी थी जनकारी
- बेंचे गए बांस की रकम का बंटवारा करने के बहाने प्रमेन्द्र को साथ ले गए थे
- खुलासा करने वाली टीम को पुलिस आयुक्त द्वारा 50,000/- की धनराशि से पुरष्कृत किया गया है।
अमन यात्रा, कानपुर: थाना घाटमपुर क्षेत्र में विगत 07/08 जून की रात में हुई युवक प्रमेंद्र की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके सगे ताऊ ने संपत्ति के लालच में की थी। भतीजे की हत्या करने के लिए ताऊ ने ₹160000 की सुपारी भी दी थी। थाना घाटमपुर पुलिस ने सभी वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर हत्याकांड का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल ताऊ समेत चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटनाक्रम के मुताबिक थाना घाटमपुर ग्राम तरगांव के जंगलों में मृतक प्रमेन्द्र की गला दबाकर व गुप्तांग काटकर हत्या किए जाने के संबंध में थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0-280/23 धारा 302 भाद0वि0 पंजीकृत किया गया था। जिसमें दिनांक 28.06.2023 को समय करीब 19.21 बजे थाना घाटमपुर पुलिस द्वारा मुकदमा में अब तक की विवेचना में सफल अनावरण करते हुए प्रकाश में आए अभियुक्त देशराज उर्फ प्रताप नरायण पुत्र स्व0 उजागर निवासी मोहनपुर थाना घाटमपुर कानपुर नगर को गिरफ्तार किया।
ताऊ नहीं चाहता था कि प्रमेन्द्र की शादी हो
ताऊ राजबहादुर द्वारा मृतक प्रमेन्द्र के पिता को दहेज हत्या में जेल जाने पर उसकी पैरवी व मृतक प्रमेन्द्र के पालन पोषण में अपना काफी पैसा यह सोचकर खर्चा किया कि मृतक की सारी संपत्ति मुझे मिल जायेगी एवं अभियुक्त के द्वारा काफी प्रयास किया गया कि मृतक की शादी न होने पाए। कुछ दिन पहले प्रमेंद्र की शादी तय हो गई उसकी हल्दी की रसम भी हो गई थी। जब राजबहादुर अपनी प्लानिंग में सफल नहीं हो सका तब उसने अपने परिवारीजनों के साथ षड्यंत्र रचकर अपने साथी अभियुक्तगणों के साथ मिलकर मृतक प्रमेन्द्र की संपत्ति हथियाने के इरादे से हत्या कर दी। कोई अभियुक्तगणों पर शक न करे इसलिए अभियुक्गणों द्वारा मृतक प्रमेन्द्र का गुप्तांग काट दिया था। वारदात के दिन प्रमेंद्र की बुआ ने उसे राजबहादुर के साथ देखा था। राजबहादुर कुछ दिन पहले बेंच गए बांस की रकम का बंटवारा करने के लिए उसे अपने साथ बहाने से ले गया था। इस बात की जानकारी प्रमेंद्र ने उस युवती को भी फोन पर दी थी जिससे उसकी शादी होने वाली थी।