वीरांगनाओं की गौरवगाथा से सजेंगी परिषदीय विद्यालयों की दीवारें
परिषदीय विद्यालयों के दीवारों पर आन बान शान की प्रतीक महिलाओं के चित्र लगाए जाएंगे। बच्चे स्कूल की दीवार पर लगे इन पेटिंग्स और फ्लेक्स को देख और पढ़कर उनके बारे में जान सकेंगे । साथ ही उनसे प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ने का सबक लेंगे। इन चित्रों में देश के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाएं शामिल होंगी।
कानपुर देहात,अमन यात्रा : परिषदीय विद्यालयों के दीवारों पर आन बान शान की प्रतीक महिलाओं के चित्र लगाए जाएंगे। बच्चे स्कूल की दीवार पर लगे इन पेटिंग्स और फ्लेक्स को देख और पढ़कर उनके बारे में जान सकेंगे । साथ ही उनसे प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ने का सबक लेंगे। इन चित्रों में देश के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाएं शामिल होंगी। इनमें मुख्य रूप से वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई, अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला, भारत की उड़न परी कहे जाने वाली पीटी उषा सावित्रीबाई फुले, चांद बीबी, सुचेता कृपलानी, सुभद्रा कुमारी चौहान, सरोजिनी नायडू, मदर टेरेसा, लता मंगेशकर, साइना नेहवाल, अरुणिमा सिन्हा आदि महिलाओं के संघर्ष गाथा संबंधित चित्र विद्यालयों के दीवारों पर उकेरी जाएंगी। इन चित्रों के माध्यम से नगर, गांव एवं कस्बे की बेटियों को प्रेरणा मिलेगी।
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जिले में 1926 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कम्पोजिट विद्यालय हैं। इन सभी विद्यालयों में राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत स्कूलों की दीवारों पर देश की वीरांगनाओं के साथ उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं की तस्वीरें बनाई जाएंगी। साथ ही महिलाओं से जुड़ी गाथाओं को भी तस्वीर के साथ लिखा जाएगा। दीवारों पर रानी लक्ष्मीबाई, सावित्रीबाई फुले, कल्पना चावला आदि वीरांगना महिलाओं की संघर्ष गाथा से संबंधित चित्र बनाए जाएंगे। इन चित्रों के माध्यम से स्थानीय, गांव व कस्बे की बालिकाओं को प्रेरणा लेने के लिए शासन ने पहल की है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि सभी स्कूलों में एक दीवार ख्याति प्राप्त महिलाओं को समर्पित करने के लिए शासन से निर्देश मिले हैं। दीवार पर महिलाओं के चित्र सहित उनकी उपलब्धियों की पेटिंग कराई जाएगी। पेटिंग का कार्य कंपोजिट ग्रांट से किया जायेगा। शिक्षकों को जानकारी दे दी गई है।