साहिब! माँ- बाप की तड़प, काश होता हमारा आवास तो बच जाते हमार दोनों लाल
भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गुरगांव का मजरा प्रहलादपुर में बीते बुधवार की शाम खंभे की चपेट में आने से दो सगे भाइयों की मृत्यु होने के बाद परिवार में मातम छा जाने से माता पिता गमगीन हैं वहीं काफी समय से आवास की मांग करने के बाद भी आवास न मिलने पर झोपडी में रहने पर हैं.
पुखरायां,अमन यात्रा। भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गुरगांव का मजरा प्रहलादपुर में बीते बुधवार की शाम खंभे की चपेट में आने से दो सगे भाइयों की मृत्यु होने के बाद परिवार में मातम छा जाने से माता पिता गमगीन हैं वहीं काफी समय से आवास की मांग करने के बाद भी आवास न मिलने पर झोपडी में रहने पर हैं मजबुर समय रहते आवास मिल जाता तो ना जाती मासूमों की जान।बताते चलें कि बीते बुधवार की शाम प्रहलादपुर में खंभे की चपेट में आने से तिलक सिंह के दो पुत्रों में से दिलखुश 7 वर्ष की अस्पताल ले जाते समय मृत्यु हो गई थी वहीं दूसरे पुत्र अंकित 5 वर्ष की मृत्यु भी देर रात कानपुर के हैलट अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई थी जिस पर पिता तिलक सिंह का कहना है कि वह झोपडी डाल कर रह रहा है.
जिसमें जगह न होने पर उसके बच्चे बाहर खाना खाने के लिए चले जाते थे आज उसका आवास होता तो उसके दोनों पुत्रों की जान न जाती उसने आवास के संबंध में कई बार ग्राम प्रधान व उच्चाधिकारियों से गुहार भी लगाई लेकिन किसी ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया आवास के नाम पर केवल कोरा आश्वाशन ही मिला घटना घटित हो जाने के बाद उच्चाधिकारियों ने सरकारी मदद के साथ ही आवास दिलाने की भी बात कही कच्ची झोपडी में रहते हुए बारिश के पानी के टपकने का डर बना रहता है वहीं दीवार फिर से भरभराकर न गिर जाए इसका भी डर सताता है. वहीं इस बाबत खंड विकास अधिकारी मलासा विजय शंकर शुक्ला ने बताया कि यदि पात्रता सूची में नाम नहीं है तो संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध जांचकर कार्यवाही की जाएगी तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सूची में नाम शामिल कर आवास मुहैया कराया जाएगा वहीं बीडीओ का प्रभार देख रहे एडीओ (आइ.एस.बी) विमल सचान ने बताया कि पात्रता सूची में नाम अंकित है लक्ष्य आने पर आवास मुहैया करा दिया जाएगा।