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अधिकारी से सांठ गांठ कर अब नहीं ले सकेंगे मनमाना स्कूल   

सांठ गांठ कर मनचाहे विद्यालय में ट्रांसफर लेना अब आसान नहीं होगा क्योंकि अब सारी प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है जिससे सालों से तबादले व प्रमोशन का इंतजार कर रहे शिक्षकों की उम्मीदें धराशायी होने लगी हैं। ऐसे में वे खुद को निलंबित कराकर मन मुताबिक स्कूल पाने का प्रयास नहीं कर सकते हैं।

Story Highlights
  • निलंबित हो मनचाहे स्कूल में पोस्टिंग कराने का पैंतरा खत्म

लखनऊ / कानपुर देहात। सांठ गांठ कर मनचाहे विद्यालय में ट्रांसफर लेना अब आसान नहीं होगा क्योंकि अब सारी प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है जिससे सालों से तबादले व प्रमोशन का इंतजार कर रहे शिक्षकों की उम्मीदें धराशायी होने लगी हैं। ऐसे में वे खुद को निलंबित कराकर मन मुताबिक स्कूल पाने का प्रयास नहीं कर सकते हैं। हालांकि अब ऐसा संभव भी नहीं है। निलंबन के जरिए मनमाफिक स्कूल पाने के खेल पर डीजीएसई ने लगाम लगा दी है। जनपद के भीतर कई साल से सामान्य एवं पारस्परिक तबादले नहीं हुए थे। इस बार पारस्परिक तबादले की प्रक्रिया की गई लेकिन पेयरिंग के बाद तबादला आदेश जारी नहीं किया गया। विभाग ने शासनादेश के मुताबिक सर्दी की छुट्टियों में आदेश जारी करने का मन बनाया है। इस सम्बन्ध में एक आदेश भी जारी किया गया है। ऐन वक्त पर उम्मीदों पर पानी फिरते देख तबादले की चाह वाले बेसिक शिक्षक काफी निराश हैं। सूत्र बताते हैं कि इस स्थिति में आवेदक शिक्षक खुद को निलंबित कराकर नया स्कूल लेना चाहते हैं लेकिन अब यह संभव नहीं दिख रहा। बेसिक शिक्षा विभाग में पहले यह खेल काफी बड़े पैमाने पर होता था लेकिन अब प्रक्रिया में बदलाव कर दिया गया है। निलंबन के बाद अब एक माह के भीतर अनुशासनिक कार्यवाही को पूरा करने का आदेश है और स्कूल का आवंटन निर्धारित ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए किया जाता है।

सालों से होता रहा निलंबन का खेल-

सूत्र बताते हैं कि शिक्षकों को मनचाहा स्कूल देने के लिए भी निलंबन किया जाता रहा है। पर्याप्त औचित्य के बिना निलंबन एवं शिक्षक की इच्छानुसार विद्यालय में पदस्थापन होने पर दोषी अधिकारी एवं कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही हो सकती है। डीजीएसई ने कहा है कि पदस्थापन हमेशा ऐसे विद्यालय में होना चाहिए जो शिक्षक विहीन, एकल या फिर जहां शिक्षक की आवश्यकता हो। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने पदस्थापन की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। सूत्र यह भी बताते हैं कि यदि शिक्षक दोषी नहीं पाया जाता है तो उसे उसी स्कूल में पदस्थापित किया जाएगा एवं दंड़ित होने पर ऑनलाइन पदस्थापित होगा। हालांकि बीएसए अगर अनुभवी है तो वह उस शिक्षक को मनमाने स्कूल में तैनाती दे सकता है।

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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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