एयरपोर्ट के नई टर्मिनल बिल्डिंग के काम ने पकड़ी रफ्तार, पूरा स्टील ढांचा खड़ा करने में लग सकता है एक माह
एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का काम अब रफ्तार पकड़ चुका है। टर्मिनल बिल्डिंग बनाने से पहले इसके लिए स्टील ढांचा खड़ा किया जा रहा है, हालांकि अभी इसे पूरा करने में वक्त लगेगा। विमान खड़ा करने को लेकर एप्रन बनकर तैयार है। सीवरेज निकासी, पानी, फायर, अंडरग्राउंड केबल डालने का काम शुरू हो चुका है।

एप्रन बनकर तैयार : नई टर्मिनल बिल्डिंग में विमान खड़ा करने के लिए एप्रन बनाया जा रहा है। एप्रन का अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है जबकि यहां से रनवे को जोडऩे के लिए और एयरपोर्ट परिसर में टैक्सी आने जाने का प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय में लंबित है।
डाली जा रही अंडरग्राउंड बिजली की लाइन : नई टर्मिनल बिल्डिंग के लिए केस्को 11 हजार वोल्ट की लाइन को अंडरग्राउंड करने का लंबे समय से इंतजार कर रहा था। अनुमति मिलने के बाद यह काम भी शुरू हो चुका है। कर्मचारियों ने बताया कि एक माह में काम पूरा हो जाएगा।
फायर और सीवरेज का चल रहा काम : नई टर्मिनल बिल्डिंग के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम पर काम चल रहा है। इसके साथ ही पानी की निकासी, सीवरेज और अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालने का काम जारी है
10 शहरों तक शुरू हो सकेगी उड़ान : नई टर्मिनल बिल्डिंग का काम पूरा होने के बाद यहां से देश के 10 शहरों तक उड़ान शुरू हो जाएगी। अभी विमानन कंपनी स्पाइस जेट दिल्ली और मुंबई के लिए विमान उड़ा रही हैं। विमानन कंपनी इंडिगो ने भी प्रमुख शहरों के लिए विमान उड़ाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि अभी उसे एयरपोर्ट अथारिटी से अनुमति नहीं मिली है।
एक वक्त में आ सकेंगे तीन विमान : एप्रन में तीन विमान खड़े हो सकते हैं। ऐसे में एक समय में तीन फ्लाइट आ सकेंगी, जिसे आगे छह विमान तक बढ़ाया जा सकेगा। अपग्रेड आइएलएस होने से विमान रात में आने जाने की सुविधा भी मिलने लगेगी।
बनाई जा रही पार्किंग : नई टर्मिनल बिल्डिंग में 300 यात्रियों के लिए वेटिंग रूम बनाया जाएगा। यात्रियों के वाहनों के लिए पाॄकग बनाने का काम चल रहा है। अधिकारी बताते हैं कि एयरपोर्ट की क्षमता समय के साथ बढ़ेगी इसलिए पार्किंग स्थल ऐसा बनाया जाएगा ताकि जरूरत पर क्षमता बढ़ाई जा सके।
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