कानपुर के कुरसौली गांव में लैप्टो स्पायरोसिस के संक्रमण का अंदेशा, ग्रामीणों का लिवर-किडनी डैमेज
कल्याणपुर के कुरसौली गांव में जांच करने गए जीएसवीएम मेडिकल कालेज के विशेषज्ञों की रिपोर्ट में लैप्टो स्पायरोसिस के संक्रमण की आशंका जताई गई है। उसकी वजह भी ठोस है, क्योंकि तीन दिन के बुखार के बाद पीडि़तों के लिवर और किडनी पर असर पड़ा है, लैप्टो स्पायरोसिस का संक्रमण होने पर भी ऐसा होता है और धीरे-धीरे लिवर डैमेज होता जाता है। गांव गई टीम को घरों से लेकर खेतों तक इस बीमारी के वाहक चूहे मिले। हालांकि सीएमओ दावा कर रहे हैं कि 40 ग्रामीणों की जांच रिपोर्ट में लैप्टो स्पायरोसिस की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

कानपुर, अमन यात्रा । कल्याणपुर के कुरसौली गांव में जांच करने गए जीएसवीएम मेडिकल कालेज के विशेषज्ञों की रिपोर्ट में लैप्टो स्पायरोसिस के संक्रमण की आशंका जताई गई है। उसकी वजह भी ठोस है, क्योंकि तीन दिन के बुखार के बाद पीडि़तों के लिवर और किडनी पर असर पड़ा है, लैप्टो स्पायरोसिस का संक्रमण होने पर भी ऐसा होता है और धीरे-धीरे लिवर डैमेज होता जाता है। गांव गई टीम को घरों से लेकर खेतों तक इस बीमारी के वाहक चूहे मिले। हालांकि सीएमओ दावा कर रहे हैं कि 40 ग्रामीणों की जांच रिपोर्ट में लैप्टो स्पायरोसिस की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने कुरसौली गांव की रिपोर्ट सीएमओ डा.नैपाल ङ्क्षसह को शनिवार को सौंपी है। टीम को 31 अगस्त से लेकर 18 सितंबर तक हुई 13 ग्रामीणों की मौत के अभिलेख कल्याणपुर सीएचसी के अधीक्षक ने मुहैया कराए थे। नौ मरीजों में बुखार की पुष्टि हुई थी। उनमें पेट दर्द, सिरदर्द, उल्टी एवं बेहोशी के लक्षण मिले थे। चार मरीजों में लिवर और किडनी पर दुष्प्रभाव पड़ा था। गांव की स्थिति, गंदगी एवं हालात देखकर लैप्टो स्पायरोसिस के संक्रमण का संदेह जताया गया है। प्राचार्य प्रो.संजय काला ने कहा कि लैप्टो स्पायरोसिस का संक्रमण होने के तीन दिन बाद लिवर व किडनी प्रभावित होने लगते हैं। गांव में मरने वालों की रिपोर्ट में ऐसा मिला है।
उर्सला व मेडिकल कालेज में जांच नहीं
सीएमओ डा. नैपाल ङ्क्षसह को शनिवार को ही रिपोर्ट सौंपी गई है। सीएमओ दावा कर रहे हैं कि लैप्टो स्पायरोसिसस की जांच कराई है, जबकि जीएसवीएम मेडिकल कालेज और उर्सला अस्पताल में लैप्टो स्पायरोसिस की जांच नहीं होती है। ऐसे में किस लैब में स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में जांच करा ली। इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं।
डेंगू की पुष्टि, महकमे का इन्कार
तीन ग्रामीणों की मौत डेंगू से हुई है। उन तीनों का इलाज कल्याणपुर क्षेत्र के निजी अस्पताल में हुआ था। इन तीनों की मौतों को भी सीएमओ ने डेंगू से हुई मौत मानने से इन्कार कर दिया है। उसके पीछे तर्क है कि मेडिकल कालेज और उर्सला अस्पताल की लैब में जांच होने पर ही डेंगू माना जाएगा।
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