चुनावी प्रक्रिया को पूर्ण कराने में समय के साथ ही धन का भी बेशुमार व्यय होता है। कई चरणों में होने वाले चुनाव में समय अधिक लगने से शासन स्तर के कई कार्य भी प्रभावित होते हैं। वहीं शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगने से पठन-पाठन जैसे कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। कम समय के साथ ही व्यय को कम करने के लिए निर्वाचन आयोग इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को एक जनपद एक चरण में कराने की तैयारी कर रहा है।
नई प्रक्रिया के तहत जिले के 1256747 मतदाताओं को इस बार पंचायत चुनाव में एक साथ सदस्य ग्राम पंचायत, प्रधान, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत को चुनने का मौका मिलेगा। मतदान केंद्र पर पहुंचने पर मतदाता को एक साथ चार बैलेट पेपर दिए जाएंगे, जिसमें उन्हें चार प्रत्याशियों के लिए एक साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पदों की संख्या
सदस्य ग्राम पंचायत -7750
प्रधान – 618
क्षेत्र पंचायत – 757
जिला पंचायत – 32
कुल मतदाता – 1256747 ————-
पदवार अलग-अलग रंग के होंगे बैलेट पेपर
सदस्य ग्राम पंचायत – सफेद
ग्राम प्रधान – हरा
सदस्य क्षेत्र पंचायत – नीला
सदस्य जिला पंचायत – गुलाबी
श्रेणीवार अलग-अलग बनाए जाएंगे केंद्र
शांतिपूर्वक पंचायत चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान केंद्रों को चार श्रेणियों में विभक्त किया गया है। इसमें किसी प्रकार का अब तक विवाद न होने वाले केंद्र को सामान्य श्रेणी में रखा गया है। वहीं संवेदनशील, अति संवेदनशील व अति संवेदनशील प्लस श्रेणी में मतदान केंद्रों को बांटा गया है।
एक चरण में पंचायत चुनाव कराने के निर्देश निर्वाचन आयोग की ओर से दिए गए हैं। इसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं। कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सकुशल संपन्न कराए जाएंगे।
-पंकज वर्मा, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी