कानपुर में शस्त्र व कारतूस सत्यापन होने के बाद भी नहीं रुक रहीं हवाई फायरिंग, हर रोज सामने आ रहे मामले
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने कहा कि पुराने तमाम अपराधियों का सत्यापन शुरू कराया जा रहा है। क्राइम ब्रांच की टीम अवैध असलहों व कारतूसों की खरीद फरोख्त व तस्करी के नेटवर्क को जल्द तोड़ेगी और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी l
कानपुर,अमन यात्रा। शस्त्र लाइसेंस और कारतूसों का सत्यापन कार्य लगभग पूरा हो गया है। पुलिस व प्रशासन ने असलहा दुकानों पर जाकर स्टाक व रजिस्टर चेक किए और शस्त्र लाइसेंस धारकों को बुलाकर उनके असलहे व कारतूस भी देखे। मंशा थी कि हथियारों व कारतूसों का अवैध इस्तेमाल रुके, लेकिन जिस तरह से फायरिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, उससे पुलिस के मंसूबे कारगर होते नजर नहीं आ रहे। हाल ही में फायरिंग की घटनाओं ने पुलिस की सख्ती की पोल खोलकर रख दी है। अपराधी खुलेआम सड़कों पर गोलियां चला रहे हैं और पुलिस तमाशाई बनी है। ग्वालटोली के बाद अब सर्वोदयनगर की घटना इसकी गवाही दे रही है।
दो दिन पूर्व व्यस्ततम आरटीओ रोड पर लेनदेन के विवाद में दबंगों ने होटल संचालक व उसके साथी को बुरी तरह पीटा और फिर तमंचे व पिस्टल से फायरिंग कर दी थी। पुलिस ने एक आरोपित को जेल तो भेजा, लेकिन अब तक मुख्य हमलावर नहीं पकड़े जा सके। इधर, लगातार घटनाओं से पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं। सवाल ये भी है कि आखिर जब पुलिस कारतूसों का सत्यापन कर चुकी है तो अपराधियों को कारतूस कहां से मिल रहे हैं। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने कहा कि पुराने तमाम अपराधियों का सत्यापन शुरू कराया जा रहा है। क्राइम ब्रांच की टीम अवैध असलहों व कारतूसों की खरीद फरोख्त व तस्करी के नेटवर्क को जल्द तोड़ेगी और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी।
केस एक : 21 मार्च को बर्रा आठ के डी ब्लॉक में दबंगों ने इंटर के एक छात्र रंजीत यादव को पुरानी रंजिश के चलते गोली मार दी थी। छात्र खाना खाने के बाद अपने एक दोस्त के घर गया था और वहीं से वापस लौट रहा था। वारदात के बाद स्वजनों ने छात्र को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया था। गनीमत रही कि छात्र की जान बच गई।
केस दो : एक माह पूर्व ग्वालटोली में एक अधिवक्ता ने नशेबाजी में विवाद होने पर फायरिंग कर दी थी। गोली रास्ते से गुजर रहे एक किशोर को जा लगी थी। घटना के बाद उसके परिवारवालों ने किशोर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि पुलिस ने किसी के घायल होने की बात से इन्कार किया था।
केस तीन : 10 मार्च को नौबस्ता के मछरिया में भी एक माह पूर्व बर्थ डे पार्टी में युवकों ने हर्ष फायरिंग की थी। इसमें एक युवक मानस शुक्ला की पीठ में गोली लग गई थी। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जैसे-तैसे किशोर की जान बच पाई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके एक आरोपित को गिरफ्तार किया था।