कुंभकरण मो सम बलवंता इन्हइ को मारहि बिनु भगवन्ता
जनपद कानपुर देहात स्थित की ऐतिहासिक रामलीला में लंका के राजा रावण के भाई कुम्भकर्ण का बध किया गया जिसका समाचार सुनकर रावण अचंभित हो गया कि इसे तो केवल भगवान के अलावा कोई मर ही नहीं सकता।

सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात : जनपद कानपुर देहात स्थित की ऐतिहासिक रामलीला में लंका के राजा रावण के भाई कुम्भकर्ण का बध किया गया जिसका समाचार सुनकर रावण अचंभित हो गया कि इसे तो केवल भगवान के अलावा कोई मर ही नहीं सकता।
उल्लेखनीय है कि कुंभकरण ने अपने लिए वरदान मांगते समय सरस्वती के हस्तक्षेप से जहाँ छह माह का जागरण चाहता था और एक दिन शयन सब पलट गया किन्तु लंका में युद्ध के दौरान रावण के सारे सिपहसालार मारे तभी रावण को कुम्भकर्ण का स्मरण आता है जिसे जगाने के लिए अनेक प्रकार के प्रयास किए और अन्त में सफलता तो मिली किन्तु उसने रावण को ही समझाने का प्रयास किया और असफल होनै पर युद्ध के लिए तैयार हुआ तथा मारा गया।इस अवसर पर दर्शकों से खचाखच भरे मैदान में जोरदार किया गया।
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