सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात : जनपद कानपुर देहात स्थित की ऐतिहासिक रामलीला में लंका के राजा रावण के भाई कुम्भकर्ण का बध किया गया जिसका समाचार सुनकर रावण अचंभित हो गया कि इसे तो केवल भगवान के अलावा कोई मर ही नहीं सकता।
उल्लेखनीय है कि कुंभकरण ने अपने लिए वरदान मांगते समय सरस्वती के हस्तक्षेप से जहाँ छह माह का जागरण चाहता था और एक दिन शयन सब पलट गया किन्तु लंका में युद्ध के दौरान रावण के सारे सिपहसालार मारे तभी रावण को कुम्भकर्ण का स्मरण आता है जिसे जगाने के लिए अनेक प्रकार के प्रयास किए और अन्त में सफलता तो मिली किन्तु उसने रावण को ही समझाने का प्रयास किया और असफल होनै पर युद्ध के लिए तैयार हुआ तथा मारा गया।इस अवसर पर दर्शकों से खचाखच भरे मैदान में जोरदार किया गया।
कानपुर नगर: कानपुर नगर में जिला जज चवन प्रकाश, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और जिला…
कानपुर नगर: विकास भवन सभागार में 20 अगस्त, 2025 को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की…
माती, कानपुर देहात: किसानों के चेहरों पर खुशी लाने के उद्देश्य से मंगलवार को इको…
कानपुर देहात: खरीफ की फसलों के लिए किसानों को खाद की कमी न हो, इसके…
कानपुर देहात: जिलाधिकारी कपिल सिंह के निर्देश पर, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार ने उर्वरक…
कानपुर देहात मुख्यालय, अकबरपुर के सिद्ध नगर निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता और लोकतंत्र सेनानी पंडित बागीश…
This website uses cookies.