नई दिल्ली, अमन यात्रा । Smartphone Sensor: स्मार्टफोन (Smartphone) का इस्तेमाल केवल बातचीत के लिए ही नहीं बल्कि फोटो क्लिक करने से लेकर वीडियो देखने और गेम खेलने तक के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं इन डिवाइस में ऐसे सेंसर भी दिए गए हैं, जो इसको स्मूथ वर्क करने में मदद करते हैं। आज हम इस खबर में आपको महत्वपूर्ण सेंसर के बारे में बताएंगे, जिनका इस्तेमाल हर तरह के हैंडसेट में होता है। आइए जानते हैं इन स्मार्टफोन सेंसर (Smartphone Sensor) के बारे में…
Proximity Sensor
यह बहुत महत्वपूर्ण सेंसर है। जब भी कोई चीज स्मार्टफोन के पास आती है, तो यह सेंसर उसका पता लगा लेता है। यह सेंसर फोन के फ्रंट कैमरे के पास में मौजूद होता है। यूजर्स जब किसी से कॉल पर बात करते हैं, तो यह सेंसर अपने आप स्क्रीन की लाइट को बंद कर देता है।
यह सेंसर स्मार्टफोन को ओरिएंटेशन तय करने में मदद करता है। स्मार्टफोन में सेंसर का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि स्मार्टफोन को पोर्ट्रेट या लैंडस्केप मोड में रखा जा रहा है या नहीं और उसके अनुसार स्क्रीन पर कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करना है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण YouTube पर एक वीडियो देखते समय या गैलरी में एक तस्वीर देखने के दौरान होता है, जहां यह स्वचालित रूप से वीडियो या फोटो को पोर्ट्रेट से लैंडस्केप या इसके विपरीत घुमाता है।
Gyroscope Sensor
यह सेंसर स्मार्टफोन में एक्सेलेरोमीटर सेंसर के साथ काम करता है। यह बेहतर मोशन डिटेक्शन जैसे रोटेशन या ट्विस्ट के लिए मूवमेंट का एक अतिरिक्त आयाम प्रदान करता है। फोन में दिखने वाली 360-डिग्री फोटो के पीछे इस सेंसर का हाथ होता है। इसके अलावा यह सेंसर यूजर्स को मोशन सेंसिटिव गेम खेलने में भी मदद करता है।
Biometric Sensor
आजकल सभी रेंज के डिवाइस में Biometric सेंसर दिए जाते हैं। इनमें फिंगरप्रिंट और फेस अनलॉक सेंसर शामिल है। इन सेंसर की मदद से आप अपने डिवाइस और निजी डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं। ये सेंसर यूजर के अंगूठे और चेहरे को स्कैन कर लेते हैं। दूसरी बार जब यूजर फोन अनलॉक करने के लिए अंगूठे या चेहरे को स्कैन करता है, तो ये सेंसर इकट्ठा की गई जानकारी मे मिलाकर सही अंगूठे या चेहरे की पहचान करके फोन अनलॉक कर देते हैं।
NFC Sensor
NFC का मतलब Near-field communication है। इस सेंसर के जरिए 10 सेंटीमीटर तक के दायरे में दो डिवाइस को आपस में कनेक्ट किया जा सकता है। इस सेंसर की मदद से डेटा ट्रांसफर से लेकर ऑनलाइन पेमेंट तक की जा सकती है।