जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को दोबारा इस्तेमाल की मंजूरी
कोविड-19 वैक्सीन के इस्तेमाल को समीक्षा की खातिर रोक दिया गया था. वैक्सीन इस्तेमाल करने के बाद ब्लड क्लॉट्स की शिकायत के मुद्दे ने काफी तूल पकड़ा था. रोक पर चर्चा करने के लिए विशेषज्ञ पैनल के 6 सदस्यों ने रोक के विरोध में मत दिया.

फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख जनेट वुडकॉक ने सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के साथ संयुक्त बयान में कहा, “हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि जानसीन की कोविड-19 वैक्सीन के ज्ञात और संभावित फायदे उसके ज्ञात और संभावित नुकसान से 18 साल या उससे ऊपर के लोगों में ज्यादा है. सीडीसी प्रमुख रोशेन वालेन्सकी ने बताया, “क्लॉटिंग की असाधारण रूप से दुर्लभ घटना पहचान में आई थीं.” उन्होंने आगे बताया कि नियामक वैक्सीन की मॉनिटरिंग जारी रखेंगे. शुक्रवार को पेश किए गए डेटा के मुताबिक, जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन लगवाने वाली 3.9 मिलियन महिलाओं में से 15 को गंभीर ब्लड क्लॉट्स का सामना हुआ और तीन की मौत हो गई.
ब्लड क्लॉट्स की शिकायत पर वैक्सीन के इस्तेमाल को रोका गया था
सीडीसी के सलाहकारों ने कहा कि हालांकि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन महामारी से लड़ाई के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन ये भी नाजुक है कि युवा महिलाओं को उस खतरे के बारे में स्पष्ट बताया जाए, जो न समझ में आनेवाले हों. इसलिए वो फैसला कर सकते हैं कि क्या इसके बजाए एक वैकल्पिक वैक्सीन चुनेंगे. रोक हटाने के लिए पैनल के 6 सदस्यों ने पक्ष में मतदान किया जबकि 4 ने विपक्ष में वोट डाले. जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन कनाडा में इस्तेमाल के लिए स्वीकृत है. फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना की दो डोज वाली कोविड-19 वैक्सीन का निर्माण अलग तरीके से किया गया है और ब्लड क्लॉट्स के खतरों से नहीं जोड़ी गई हैं और अमेरिकी टीकाकरण प्रयास का आधार हैं.
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