डीजल के बाद अब फर्टिलाइजर की कीमतों में जबरदस्त इजाफा, इफको ने डीएपी की कीमत 58 फीसदी कीमत बढ़ाई
खेती में यूरिया के बाद सबसे ज्यादा पोटाश का ही इस्तेमाल होता है. इसलिए पोटाश का दाम बढ़ना खाद्यान्नों के भी दाम बढ़ा देगा.
फर्टिलाइजर्स की कीमतें बढ़ने से कृषि लागतें बढ़ने की संभावना काफी बढ़ गई है. इससे महंगाई में निश्चित तौर पर इजाफा होगा. लिहाजा आरबीआई के लिए ब्याज दरों में कटौती करना भी मुश्किल होगा. कोरोना संक्रमण से झटका खाई अर्थव्यवस्था की रिकवरी की दिशा में यह बड़ी अड़चन बन सकती है. इससे किसानों की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी बढ़ाने की मांग भी तेज हो सकती है. क्योंकि किसान खेती की बढ़ी हुई लागत की वजह से एमएसपी बढ़ाने की मांग कर सकते हैं.
खरीफ सीजन में बढ़ेगी डीएपी की जबरदस्त मांग
इफको के अधिकारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीएपी में इस्तेमाल होने वाले फॉस्फोरिक एसिड और रॉक फॉस्फेट की कीमत चढ़ने से ये हालात पैदा हुए हैं. उनका कहना है कि देश में इसकी उपलब्धता काफी कम है. इसलिए ये दोनों उत्पाद बाहर से मंगाए जाते हैं.खरीफ की बुवाई शुरू होते ही डीएपी की मांग काफी बढ़ जाएगी. इसका इस्तेमाल कितना होता है, इसका काफी इस्तेमाल होता है. यूपी में ही खरीफ सीजन में डीएपी की आपूर्ति का लक्ष्य औसतन 12 लाख टन का रहता है.