अमन यात्रा ,कानपुर देहात : निपुण भारत मिशन के तहत बच्चों में भाषा एवं गणितीय दक्षता को बढ़ाने और लीडरशिप विकास के लिए दीक्षा एप के माध्यम से टीचर्स का ऑनलाइन प्रशिक्षण चल रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट एवं कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के कक्षा 1 से 8 तक के शिक्षकों को अनिवार्य रूप से जुड़ना होगा। इसके लिए प्रदेश स्तर से शिक्षकों को प्रत्येक सप्ताह दो अकादमिक और एक लीडरशिप कोर्स प्रेषित किया जा रहा है।
यह देखने में आया है कि प्राथमिक विद्यालयों की छोटी कक्षाओं में बच्चे विद्यालय आते तो हैं लेकिन उनमें पढ़ने, समझने और अभिव्यक्ति की क्षमता ग्रेड के अनुसार नहीं होती है। ऐसे में सरकार द्वारा निपुण भारत मिशन के तहत बच्चों में बुनियादी भाषा एवं गणित दक्षताओं में कौशल विकास के साथ बच्चों और शिक्षकों के बीच बेहतर एवं आत्मीय संबंध विकसित करने के लिए शैक्षणिक सत्र 2022-23 में शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत इस सप्ताह दीक्षा एप के माध्यम से शिक्षक-प्रशिक्षण कार्यक्रम के कोर्स- 39, 40, व 41 के लिंक जारी कर दिए हैं शिक्षकों को उक्त प्रशिक्षण पूर्ण करने हैं।
जनपदवार प्रशिक्षण के वर्तमान प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इन ऑनलाइन प्रशिक्षण में समस्त जनपदों का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा है केवल 20 से 30 फीसदी शिक्षकों ने ही सभी कोर्सेज पूर्ण किए हैं। इस पर महानिदेशक ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए खेद व्यक्त किया है साथ ही सभी जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिन शिक्षकों द्वारा उक्त प्रशिक्षण पूर्ण न किए जाएं उनका वेतन रोक दिया जाए क्योंकि यह प्रशिक्षण सभी शिक्षकों शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों को अनिवार्य रूप से पूर्ण करने हैं। अगर कानपुर देहात जनपद की बात की जाए तो यहां पर 5078 शिक्षक, शिक्षामित्र एवं अनुदेशक कार्यरत हैं जिनमें से केवल 24 फीसदी शिक्षकों द्वारा ही इन प्रशिक्षणों को पूरा किया गया है।
बता दें प्रशिक्षण मिशन में समझ के साथ पढ़ने की क्षमता हासिल करने और बुनियादी अंकगणितीय कौशलों के विकास के लिए 3 से 9 वर्ष की उम्र के बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। इसके साथ ही साथ बच्चों में समस्या समाधान के कौशल विकास और समालोचनात्मक चिंतन की क्षमता विकसित करने पर ध्यान दिया जायेगा। पूरे भारत में निपुण भारत मिशन के एंथम की काफी चर्चा हो रही है और इसे लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। इसकी एक पंक्ति कुछ यों है, सीखने का एक जुनून रहेगा, सीखने से न कोई दूर रहेगा। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि यह प्रशिक्षण डायट फैकल्टी, एआरपी, केआरपी, एसआरपी, प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र व अंशकालिक अनुदेशकों के लिए अनिवार्य है। बेसिक शिक्षा अधिकारी सभी कोर्स की प्रगति की मॉनिटरिंग करेंगे।