पीड़ित को न्याय दिलाना अधिवक्ता के लिए बड़ी चुनौती : मुलायम सिंह यादव
जिलाधिकारी कानपुर देहात को महामहिम राज्यपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन देने से पूर्व जनपद न्यायालय परिसर कानपुर देहात में अधिवक्ताओं के बीच कही उन्होंने कहा कि दुनिया के हर शख्स व समाज के हर व्यक्ति के लिए अधिवक्ताओं के दरवाजे हर वक्त खुले रहते है.
अकबरपुर कानपुर देहात,अमन यात्रा : दुनिया का सबसे कठिन कार्य पीड़ित को न्याय दिलाना है ,उसको भी अधिवक्ता चुनौती पूर्वक स्वीकार करता है,उक्त विचार मुलायम सिंह एडवोकेट (पूर्व महामंत्री जिला बार एसोसिएशन कानपुर देहात) जिलाधिकारी कानपुर देहात को महामहिम राज्यपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन देने से पूर्व जनपद न्यायालय परिसर कानपुर देहात में अधिवक्ताओं के बीच कही उन्होंने कहा कि दुनिया के हर शख्स व समाज के हर व्यक्ति के लिए अधिवक्ताओं के दरवाजे हर वक्त खुले रहते है,अधिवक्ताओं ने प्रत्येक अत्यचार व अन्याय का घोर विरोध निडर होकर किया है,इसीलिए आजाद देश के जन मानस अधिवक्ता के ओर आशा भरी निगाहों से देखता है ,इसीलिए उसको य उसके परिवार को जान के खतरा सदैव बना रहता है.
लेकिन वह बिना परवाह किए अपना काम बंद नही करता है सुबह से शाम तक पीड़ित की व्यथा सुनकर उसको सिद्दत के साथ रखता है कभी कभी वह हारता अवश्य है परन्तु वह हिम्मत कभी नही हारता दूसरे दिन दूनी ताकत के साथ समाज का काम करता है ,लेकिन इतनी विकट परस्थियी में भी उसने अपना धैर्य नही खोया कोरोना काल मे भी सरकार द्वारा अपेक्षित सहयोग नही मिला फिर भी उसने अपने जान झोखिम में डाल कर भी लोगो को न्याय दिलाने से वंचित नही किया जिससे अनेको अधिवक्ता काल के गाल में समा गए यह बहुत ही विषम काल था जिसको वह निर्भीक होकर अपने दायित्व को करता रहा अधिवक्ता समाज देश समाज के वर्तमान भविष्य के लिए बहुत ही चिंतित है ,उन्होंने कहा कि भी हाल ही में जनपद उन्नाव में नवजवान अधिवक्ता नितिन तिवारी की हत्या लखनऊ में राकेश पांडेय की दिनदहाड़े गोली मारी गयी जो जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे है तथा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामशंकर सिंह यादव महामंत्री जितेंद्र कुमार सिंह सहित 31 अधिवक्ताओं के नाम दर्ज एवम 150-200 अज्ञात अधिवक्ताओं के ऊपर धारा 332 353 504 506 395 427 आई पी सी एवम 7 क्रिमनल एक्ट थाना कोतवाली जनपद उन्नाव में दिनांक 26 03 2021 को मुकदमा दर्ज किए गए.
जिससे बार एवम ब्रंच के बीच गहरी दरार पड़ने की प्रबल संभावना उत्पन्न हो गयी जो कि बहुत ही दुःखद और चिंता की बात है लोकतंत्र में सभ्य समाज की स्थापना के लिए शुभ संकेत नही है उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि वर्तमान परिवेश में अधिवक्ता संघटनो को भी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना ठीक नही तथा सरकार को भी इस विषय पर गम्भीरता पूर्वक विचार करना चाहिए अधिवक्ता संघर्ष समिति कानपुर देहात ने ज्ञापन देकर अधिवक्ता के ऊपर लगे फ़र्ज़ी मुकदमे वापस किये जायें अधिवक्ताओं का उत्पीड़न न किया जाए ,अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू किया जाए आदि मांगे की गई,जिसमें सर्वश्री रविन्द्र नाथ मिश्र ,रमेशचन्द्र सिंह गौर जीतेंद्र प्रताप सिंह चौहान, सर्वेंद्र सिंह राजेन्द्र कुमार द्विवेदी रामस्नेही कुशवाहा संदेश पाल प्रीति त्रिपाठी रघुनंदन सिंह निषाद ,अशोक कुमार श्रीवास्तव संजीव कुमार कुलदीप द्विवेदी गिरजेश त्रिपाठी महेंद्र सिंह पाल जयगोपाल राजपूत सोनू सिंह गोपाल बाबू महेंद्र सिंह यादव जितेंद्र बाबू विश्वनाथ सिंह अनुराग सिंह आंनद यादव राजेश सोनकर श्रीमती सुलेखा यादव शादाब हुसैन वीरेंद्र कटियार आदि उपस्थित रहे।