सोमवार को चित्रकूट पुलिस ने बस्तियों में जाकर बच्चों को पिचकारी, रंग और मिठाई बांटी। अपने पुलिस अंकल से बच्चे रंग व पिचकारी पाकर ऐसे चहक उठे कि पुलिस कर्मियों की होली भी बच्चों की खुशी को देख दूनी हो गई।
गांवों में ठंडाई के साथ फाग गीतों ने होली रंग में सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया। जगह-जगह ठंडाई और फाग गीतों की धुन पर लोग झूम रहे हैं। हालांकि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना लग चुकी है। ऐसे में आचार संहिता का उलंघन न हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही कुछ लोग कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण के कारण भी होली खेलने से परहेज करते दिखे।
पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि त्योहार में कहीं पर किसी प्रकार की घटना न हो इसके लिए सभी थानों की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र में गश्त पर है। होली के त्योहार में कोई पुलिस कर्मी अपने घर तो जा पाता नहीं है। कर्तव्य को पूरा करते हुए वह अपने क्षेत्र में बच्चों के चेहरे में खुशी लगाने का प्रयास करते हैं। इसी क्रम में तमाम थानों की पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र में गरीब बस्तियों में जाकर बच्चों को मिठाई, पिचकारी व रंग बांटे। पुलिसकर्मियों ने भी उनका उत्साह बढ़ाया। साथ ही बड़े बुजुर्गों से अपील किया की आपसी सौहार्द के तहत शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मनाएं। किसी की इच्छा के बिना रंग न लगाएं।
चित्रकूट,अमन यात्रा : देश में मनाए जाने वाले लगभग सभी त्योहार होते हैं जिनमें पुलिसकर्मी कर्तव्यपरायणता का परिचय देते हुए जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। इतना ही नहीं इसके सम्मुख वे अपनी और अपने परिवार को मिलने वाली उन अनमोल खुशियों का त्याग करते हैं जिसकी प्राप्ति शायद वे कर सकते। लेकिन इस स्थिति में त्योहार में कैसे खुशियों को दोगुना किया जाए इसका यूपी की चित्रकूट पुलिस ने बहुत ही अतुलनीय मार्ग खोज निकाला। दरअसल, जिला पुलिस ने छोटे बच्चों की खुशियों में अपनी खुशी को ढूंढ़ा।