प्रकृति हमारी मां है यदि हम मां को ही दुःख देंगे तो स्वयं सुखी कैसे रह पाएंगे : आकांक्षा सिंह
बच्चों , बुजुर्गों तथा युवाओं के साथ मनाया। इस अवसर पर उन्होंने अपने पुत्र के साथ स्वयं भी वृक्षारोपण किया तथा अन्य लोगो ने भी पौधे लगाए।
कानपुर देहात,सौरभ मिश्रा संवाददाता : मैथा तहसील क्षेत्र के ग्राम टिकरी में अंतरराष्ट्रीय गांधी पर्यावरण योद्धा पुरस्कार विजेता आकांक्षा सिंह (शिखा सिंह) जो कि लोगों के मध्य “ ग्रीन गर्ल“ के नाम से विख्यात हैं उनके द्वारा अपने 100 से भी अधिक वृक्ष पुत्रों का छठवां जन्मदिवस अपने 25 दिन के नवजात शिशु जिसका नाम उन्होंने कान्हा “ प्रकृति पुत्र “रखा है शिखा सिंह ने महिलाओं , बच्चों , बुजुर्गों तथा युवाओं के साथ मनाया। इस अवसर पर उन्होंने अपने पुत्र के साथ स्वयं भी वृक्षारोपण किया तथा अन्य लोगो ने भी पौधे लगाए।
ग्रीन गर्ल ने सभी से अधिकाधिक वृक्षारोपण करने की अपील की तथा आने वाली पीढ़ी को इस दिशा में जागरूक करने का संदेश दिया ताकि वर्तमान एवं भावी पीढ़ी हरे भरे वातावरण में सुकून से जी सके तथा समस्त जीव जगत का कल्याण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि हम सब पूर्ण रूप से प्रकृति से बने हैं अतः हमें अधिक से अधिक प्रकृति के निकट होना चाहिए। प्रकृति हमारी मां है यदि हम मां को ही दुःख देंगे तो स्वयं सुखी कैसे रह पाएंगे ? अतः खूब सारे पौधे लगाकर हमे समस्त पृथ्वी का श्रृंगार करना चाहिए। शिखा सिंह द्वारा अपने वृक्ष पुत्रों को रोली का टीका लगा कर मुंह मीठा कराया गया। सजे धजे पौधों को दुलारते हुए उनके मातृत्व में चार चांद लग गए।