नीट परीक्षा निरस्त क्यों नहीं कर रही सरकार, आखिर क्या है गोलमाल
केंद्र सरकार नीट यूजी एग्जाम 2024 कैंसिल करने के खिलाफ है। इस संबंध में भारत सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया है। शुक्रवार 5 जुलाई को दायर हलफनामे में केंद्र ने कहा कि 5 मई को हुई परीक्षा में गोपनीयता का उल्लंघन होने के कोई ठोस सबूत नहीं हैं। हलफनामे में कहा है कि पूरी परीक्षा रद्द करना उन लाखों ईमानदार उम्मीदवारों के प्रयासों को गंभीर रूप से खतरे में डाल देगा जिन्होंने परीक्षा मेहनत से दी है

कानपुर देहात। केंद्र सरकार नीट यूजी एग्जाम 2024 कैंसिल करने के खिलाफ है। इस संबंध में भारत सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया है। शुक्रवार 5 जुलाई को दायर हलफनामे में केंद्र ने कहा कि 5 मई को हुई परीक्षा में गोपनीयता का उल्लंघन होने के कोई ठोस सबूत नहीं हैं। हलफनामे में कहा है कि पूरी परीक्षा रद्द करना उन लाखों ईमानदार उम्मीदवारों के प्रयासों को गंभीर रूप से खतरे में डाल देगा जिन्होंने परीक्षा मेहनत से दी है। वहीं कंपटीटिव एग्जाम्स को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराने को लेकर प्रतिबद्धता दर्शाते हुए हलफनामे में कहा गया है कि भारत सरकार यह मानती है कि क्वेश्चन पेपर्स की गोपनीयता किसी भी परीक्षा में सर्वोच्च प्राथमिकता होती है। अगर कुछ आपराधिक तत्वों की वजह से गोपनीयता भंग होती है तो भारत सरकार का मानना है कि ऐसे लोगों से सख्ती और कानून की पूरी ताकत के साथ निपटा जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें दंडित किया जाए। सुप्रीम कोर्ट में नीट एग्जाम कैंसिल करने की मांग को लेकर ढेरों याचिकाएं लंबित हैं जिनपर 8 जुलाई को सुनवाई होनी है। हालांकि कुछ याचिकाएं नीट 2024 कैंसल ना करने की मांग को लेकर भी लगाई गई हैं। नीट पर अंतिम फैसला क्या होगा ये तो इस सुनवाई के बाद ही स्पष्ट होगा। बहरहाल 6 जुलाई को होने वाली काउंसलिंग को स्थगित कर दिया गया है और जल्द ही नई तारीख का ऐलान किया जाएगा। पूर्व मेडिकल छात्र राजेश कटियार का कहना है कि केंद्र सरकार नीट यूजी परीक्षा को रद्द किए जाने के खिलाफ है इससे इस परीक्षा में बहुत बड़े गोलमाल की आशंका प्रतीत हो रही है।
उन्होंने कहा पेपर लीक को लेकर बिहार, गुजरात, झारखंड से कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं, कई लोगों ने यह कबूल भी किया है कि पेपर लीक हुआ है और पेपर लीक के साक्ष्य भी मिले हैं इसके अलावा कई अन्य प्रदेश भी ऐसे हैं जहां पर पेपर लीक हुआ है पर मामला सरकार की पकड़ में नहीं आया है फिर भी सरकार कह रही है कि नीट यूजी परीक्षा निरस्त नहीं होनी चाहिए। मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए गए अपने हलफनामे में कहा है कि नीट यूजी की पूरी परीक्षा रद्द करना उन लाखों ईमानदार उम्मीदवारों के प्रयासों को गंभीर रूप से खतरे में डाल देगा जिन्होंने यह परीक्षा अपनी मेहनत से पास की है। अब इनको कौन समझाए कि जिन बच्चों ने मेहनत से परीक्षा पास की है उनके ही नाम मेरिट लिस्ट में नहीं है बल्कि जो पासिंग मार्क्स तक नहीं ला सकते वे टॉप 61 में हैं और जो मेहनत करने वाले बच्चे होते हैं उनकी परीक्षा आप कितनी भी बार करवा लीजिए वह अपने स्कोर के आसपास ही रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पारदर्शी तरीके से पूरी परीक्षा पुन: करवाई जाए तो इसका स्वयं ही खुलासा हो जाएगा और होनहार बच्चे निकलकर सामने आ जायेंगे।
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