गोरखपुर, अमन यात्रा । बीते दिन शहर में हुई कांग्रेस की प्रतिज्ञा रैली के दौरान पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा केंद्र और प्रदेश सरकार पर लगाए गए तीखे आरोपों और पूर्वांचल की जनता के साथ किए गए चुनावी वादों के खिलाफ भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा है कि सियासी जमीन तलाशने के लिए काल्पनिक आरोप लगाने और झूठे वादे करने से कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में कामयाबी नहीं मिलने वाली। प्रदेश की जनता ने उन्हें खूब ठीक से समझ लिया है।
रवि किशन ने कहा कि काल्पनिक आरोप लगाने से नहीं मिलेगी कांग्रेस को कामयाबी
सांसद रवि किशन ने कहा कि झूठ के सहारे कांग्रेस ने सात दशक तक देश की जनता काे छला है। अब बाबा गोरखनाथ की धरती पर कांग्रेस का झूठ नहीं चलने वाला। उन्होंने कहा कि अब जनता प्रियंका के लालीपाप के लालच में नहीं पड़ने वाली। कांग्रेस को अब सत्ता में आने का लालच त्याग देना चाहिए।
पहले कांग्रेस शासित राज्यों में किसानों की स्थिति देखें प्रियंका : डा. समीर
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डा. समीर सिंह ने कहा है कि प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के किसानों की बात करने से पहले कांग्रेस शासित राज्यों में किसानों की स्थिति देख लेनी चाहिए। वहां किसानों का उत्पीड़न हो रहा। उपज की उचित कीमत मांगने पर उनपर डंडे चलाए जा रहे। एक तरह वह महिलाओं के अधिकारों की बात कर रहीं तो दूसरी तरफ कांग्रेस शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा। आज प्रदेश की जनता भाजपा और योगी सरकार के साथ है, वह किसी के बहकावे में आने वाली नहीं।
सियासी जमीन तैयार करने के फेर में संस्कार भूल गई है भाजपा : डा. धर्मेंद्र
भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेंद्र सिंह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को उस बयान को लेकर घेरा है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर नाथ कहा है। डा. धमेंद्र ने कहा है कि भूपेश बघेल का यह बयान बेहद आपत्तिजनक है। दरअसल कांग्रेस संस्कार भूल गई है। इस बयान से प्रदेश की सम्मानित जनता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंची है। मुख्यमंत्री गरीबों के मसीहा और अनाथों के नाथ हैं। मुसहर, थारू, वनटांगिया समाज के अधिकारों के लिए उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी है और मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें उनका अधिकार भी दिलाया है। उनके प्रयास का ही नतीजा है कि आज प्रदेश के 43 लाख गरीब परिवारों के पास आवास है।