कोरोना संक्रमण पर प्रभावी अंकुश लगाने को लेकर शुरू हुए टीकाकरण में जनपद मण्डल में अव्वल स्थान पर है। 45 से 60 वर्ष एवं उससे ऊपर के आयुवर्ग में लक्ष्य से अधिक लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। कामकाज और शिक्षा की वजह से युवाओं के पलायन करने के कारण 18 से 44 आयुवर्ग के टीककरण में अपेक्षा के अनुरूप सफलता नहीं मिली है।
हमीरपुर, हरी माधव : कोरोना संक्रमण पर प्रभावी अंकुश लगाने को लेकर शुरू हुए टीकाकरण में जनपद मण्डल में अव्वल स्थान पर है। 45 से 60 वर्ष एवं उससे ऊपर के आयुवर्ग में लक्ष्य से अधिक लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। कामकाज और शिक्षा की वजह से युवाओं के पलायन करने के कारण 18 से 44 आयुवर्ग के टीककरण में अपेक्षा के अनुरूप सफलता नहीं मिली है।
कोरोना पर काबू पाने के लिए 16 जनवरी से अनवरत टीकाकारण किया जा रहा है। जनपद में 60 वर्ष से ऊपर के आयु वर्ग की एक लाख से अधिक आबादी को चिन्हित किया गया था। इसमें 15 दिसंबर तक 102.38 प्रतिशत पहला डोज और 63.96 प्रतिशत ने दोनों डोज ली हैं। मण्डल में इस आयुवर्ग के लोगों को टीका लगाने में हमीरपुर प्रथम वहीं महोबा जनपद दूसरे नंबर पर है। इस जनपद की 94.22 प्रतिशत आबादी को पहला और 55.59 प्रतिशत को दोनों डोज दी जा चुकी हैं। तीसरे स्थान पर चित्रकूट ने 91.05 प्रतिशत को पहला 45.33 प्रतिशत को दोनों टीका लगाया गया है। इन तीनों जनपदों के मुक़ाबले बांदा जनपद में टीकाकारण अभी मध्यम गति लिए हुए है, यहां अब तक 85.85 प्रतिशत को प्रथम और 48.34 प्रतिशत को दोनों डोज लगाई गई है।
45 से 60 आयुवर्ग में भी हमीरपुर की स्थिति मण्डल के अन्य जनपदों से बेहतर है। जनपद के 1.56 लाख के सापेक्ष अब तक 109.47 प्रतिशत को पहला और 67.47 प्रतिशत को दोनों डोज लगाए जा चुके हैं। बांदा जनपद की स्थिति इस आयुवर्ग में कुछ सुधरी है। यहां 2.53 लाख के सापेक्ष अब तक 95.78 प्रतिशत को पहला और 52.07 प्रतिशत को दोनों डोज लगाई जा चुका है। इसी तरह चित्रकूट में 1.36 लाख के सापेक्ष 91.89 प्रतिशत को पहला और 46.60 प्रतिशत को दोनों डोज लग चुके हैं। महोबा में 1.27 लाख के सापेक्ष 91.30 प्रतिशत को पहला और 52.53 प्रतिशत को दोनों डोज लग चुके हैं।
इसी तरह 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग में मण्डल के चारों जनपदों में बांदा टॉप पर रहा है। यहां 8.73 लाख के सापेक्ष 74 प्रतिशत को पहला और 33.09 प्रतिशत को दोनों डोज लगाए जा चुके हैं। चित्रकूट में 4.71 लाख के सापेक्ष 73.80 प्रतिशत को पहला और 29.85 प्रतिशत को दोनों डोज लग चुका है। हमीरपुर की 5.39 लाख की आबादी में 70.08 प्रतिशत को पहला और 30.85 प्रतिशत को दोनों डोज लगाए जा चुके हैं। महोबा की 4.40 लाख में 63.99 प्रतिशत को पहला और 27.79 प्रतिशत को दोनों डोज लगाए गए हैं।
नौकरी पेशे पर बाहर होने की वजह से पिछड़ा युवाओं का टीकाकारण
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. महेशचंद्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने में टीकाकरण ही एकमात्र हथियार है। जनपद में 60 वर्ष से ऊपर की लक्षित आबादी से कहीं अधिक लोगों को कोरोना का पहला डोज लगाया जा चुका है। दोनों डोज की उपलब्धि कम है। जिस पर काम चल रहा है। 45 से 60 वर्ष में भी लक्ष्य से अधिक लोगों को टीके लगाए गए हैं। यहां भी सेकेंड डोज कम है, लेकिन जल्द ही सुधार कर लिया जाएगा। 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग वाले युवाओं के टीकाकारण में जो कमी है, उसका कारण पलायन है। युवा कुछ काम के लिए और कुछ पढ़ाई के लिए जनपद से बाहर चले जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर दस्तक देकर छूटे हुए लोगों को टीके लगा रही हैं। जल्द ही शत-प्रतिशत लोगों का टीककारण पूर्ण किया जाएगा।