बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली से शिक्षक हताश, जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की मांग
परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के प्रमोशन की वरिष्ठता सूची जारी करने में ही तीन महीने बीत गए। इसके बाद अब प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू होगी। शिक्षकों के अंत: जनपदीय तबादले भी होने थे। उसके बारे में विभाग की ओर से बताया गया था कि तबादले 3 मई के बाद होंगे तब से अभी तक कोई सूचना नहीं दी गई।
लखनऊ/कानपुर देहात। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के प्रमोशन की वरिष्ठता सूची जारी करने में ही तीन महीने बीत गए। इसके बाद अब प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू होगी। शिक्षकों के अंत: जनपदीय तबादले भी होने थे। उसके बारे में विभाग की ओर से बताया गया था कि तबादले 3 मई के बाद होंगे तब से अभी तक कोई सूचना नहीं दी गई। शिक्षकों को चिंता सता रही है कि विभाग अभी प्रमोशन प्रक्रिया ही पूरी नहीं कर पाया है ऐसे में कहीं तबादलों का मामला टल ही न जाए।
12 बार बढ़ी तारीख, तब अपलोड हुई सूची-
परिषदीय शिक्षकों के कई साल से प्रमोशन नहीं हुए हैं। इस साल फरवरी में प्रमोशन का आदेश हुआ। कार्यक्रम भी जारी हुआ। उसकी पहली ही प्रक्रिया यह थी कि सबकी ज्येष्ठता सूची तैयार की जाए। ज्येष्ठता सूची की 12 बार अंतिम तिथि बढ़ी। इसके बाद इसे पूरा किया जा सका। प्रमोशन की प्रक्रिया तब पूरी हो पाएगी जब सभी जिले अपने यहां खाली पदों का ब्योरा अपलोड करेंगे। उसके बाद खाली पदों के सापेक्ष शिक्षकों से विकल्प मांगे जाएंगे। इस तरह अभी प्रमोशन की प्रक्रिया लंबी चलेगी।ट्रांसफर की कोई सूचना नहीं-
अब शिक्षकों को अंत: जनपदीय तबादलों की चिंता भी सताने लगी है। पिछले साल सरकार ने साल में दो बार सर्दियों और गर्मियों की छुट्टियों में म्युचुअल ट्रांसफर के आदेश दिए थे। पिछली सर्दियों की छुट्टियां निकल गईं। उसके बाद फरवरी में अतः जनपदीय तबादलों के साथ ही म्युचुअल तबादलों के भी आदेश हुए। तब से वह प्रक्रिया भी लंबित है।
शिक्षक निराश-
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन का कहना है कि विभाग की कार्यप्रणाली से शिक्षक निराश हो चुके हैं। वरिष्ठता सूची तैयार करने में ही तीन महीने बीत गए। अब तो शिक्षकों को चिंता है कि अंतः जनपदीय तबादले होंगे भी या नहीं।शिक्षकों का कहना है कि हम लोगो से किसी काम में जरा भी विलंब हो जाए तो तुरंत दंडित किया जाता है। अधिकारियों की भी कोई जिम्मेदारी होनी चाहिए। उन पर भी कार्यवाही की जानी चाहिए।
जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि आपत्तियों का निस्तारण हो चुका है। कोई गलती न रह जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए ही इतना वक्त लगा। जल्द ही प्रमोशन किए जाएंगे। उसके बाद तबादले होंगे।