महिला सिपाही का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से झूलता मिला
लखनऊ कैंट में मंगलवार रात्रि एक महिला सिपाही ने बॉयफ्रेंड से कहासुनी के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला सिपाही का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से झूलता मिला।घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ जांच पड़ताल की।
- महिला सिपाही ने बॉयफ्रेंड से कहासुनी के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
- आंशी 2019 बैच में सिपाही पद पर भर्ती हुई थी।
- परिजनों के आरोपों को देखते हुए महिला सिपाही का मोबाइल व कैमरे में मौजूद दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
ब्रजेन्द्र तिवारी, पुखरायां। लखनऊ कैंट में मंगलवार रात्रि एक महिला सिपाही ने बॉयफ्रेंड से कहासुनी के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला सिपाही का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से झूलता मिला।घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ जांच पड़ताल की। परिजनों के आरोपों को देखते हुए महिला सिपाही का मोबाइल व कैमरे में मौजूद दस्तावेज जब्त किए गए हैं। उन्नाव के गांधीनगर में रहने वाले अंजनी तिवारी की साड़ी की दुकान है।उ नकी बेटी आँशी तिवारी 27 वर्ष पुलिस भर्ती बोर्ड में तैनात थी।
मंगलवार रात्रि आंशी ने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।लखनऊ कैंट में पार्षद आशुतोष शुक्ला के घर किराए पर रहने वाली आंशी 2019 बैच में सिपाही पद पर भर्ती हुई थी।सिपाही आंशी की मां सुषमा ने बताया कि उसकी बेटी बहुत होनहार थी।मुख्यमंत्री ने उसको ज्वाइनिंग लेटर दिया था।एस आई की भर्ती आने पर दरोगा की तैयारी करने लगी थी।घटना के कुछ समय पहले शाम करीब छः बजे फोन पर उससे बात हुई थी।पूरे परिवार के हालचाल पूछने के बाद उसने सुबह फोन करने की बात कही थी।अखिल से उसकी फेसबुक पर दोस्ती हुई थी।जिसके बाद दोनों करीब आ गए थे।
इसी बीच आंशी को अखिल के कई और लड़कियों से संबंध होने की बात पता चली।इसको लेकर दोनों में विवाद होने लगा।वहीं अखिल अपने पुराने संबंधों को लेकर ब्लैकमेल करने लगा।जिसके चलते वह मानसिक और आर्थिक तौर पर परेशान रहने लगी।जिसके चलते उसने यह कदम उठा लिया।भाई प्रशांत तिवारी ने बताया कि रात 11.45 पर बहन के इटावा निवासी बॉयफ्रेंड अखिल त्रिपाठी का मैसेज आया कि उसकी बहन से लड़ाई हो गई है।वह फोन नहीं उठा रही है।
उसके बाद हमने भी कई बार कोशिश की लेकिन फोन नही उठा।बुधवार सुबह करीब नौ बजे आलमबाग निवासी बहनोई आशुतोष मिश्रा को उसके घर भेजा।दरवाजा न खुलने पर खिड़की से देखा तो उसका शव फांसी के फंदे से लटका रहा था।जिसके बाद बहनोई ने पुलिस को सूचना दी।घटना के बाद से मां सुषमा तथा बहन रजनी का रो रो कर बुरा हाल है।पिता घटना के बाद से इतने सदमे में हैं कि कुछ बोल नहीं पा रहे हैं।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।वहीं पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल में जुट गई है।