शिक्षक अभिषेक द्विवेदी माँ की याद में हर साल लगाते हैं पौधा
हर मानव पर प्रकृति का ऋण होता है जो न केवल जीते जी अपितु मरने के बाद भी रहता है। अगर हम या हमारे पूर्वज कोई पेड़ लगाते हैं तो वह हमें आजीवन उनकी याद दिलाता है। पेड़-पौधों का मनुष्य के जीवन में बहुत बड़ा महत्व है इसलिए मनुष्य को अपने बुजुर्गों और प्रियजनों की याद में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए इसी मुहिम के अन्तर्गत आज विकासखंड डेरापुर ग्राम भड़ावल में शिक्षक अभिषेक द्विवेदी ने अपने माँ स्वर्गीय पुष्पा द्विवेदी के याद में एक आम का वृक्ष रोपित किया
कानपुर देहात। हर मानव पर प्रकृति का ऋण होता है जो न केवल जीते जी अपितु मरने के बाद भी रहता है। अगर हम या हमारे पूर्वज कोई पेड़ लगाते हैं तो वह हमें आजीवन उनकी याद दिलाता है। पेड़-पौधों का मनुष्य के जीवन में बहुत बड़ा महत्व है इसलिए मनुष्य को अपने बुजुर्गों और प्रियजनों की याद में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए इसी मुहिम के अन्तर्गत आज विकासखंड डेरापुर ग्राम भड़ावल में शिक्षक अभिषेक द्विवेदी ने अपने माँ स्वर्गीय पुष्पा द्विवेदी के याद में एक आम का वृक्ष रोपित किया।
शिक्षक अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि ग्राम भड़ावल उनके पिता स्वर्गीय शिव प्रकाश द्विवेदी की जन्मस्थली है। उनके पिता ने ग्राम भड़ावल के अमृत सरोवर पूर्व के बख्शी के तालाब के आस पास आम कटहल जामुन नीम आदि कई वृक्षों को रोपित किया था। आज उन वृक्षों के फलों का लाभ ग्राम भड़ावल के लोगों को मिल रहा है। पिता के द्वारा बनाये हुए चिन्हों का अनुसरण करते हुए उनके पुत्र भी विगत कई वर्षों से लगातार वृक्ष रोपित कर रहे है। आज वृक्ष रोपित करने के समय सेवा निवृत्त शिक्षक सुशील द्विवेदी, भूल्लन, भगत आदि कई लोग उपस्थित रहे।