सीडीओ लक्ष्मी एन. ने दो ग्राम विकास अधिकारियों को किया निलंबित, पढ़े खबर
गौशाला में लापरवाही पर मुख्य विकास अधिकारी ने दो ग्राम विकास अधिकारियों को निलंबित किया मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक गौशाला के प्रबंधन के लिए ग्राम पंचायत को जिम्मेदार बताया गया हैं आज 4 दिसंबर 2023 को विकास भवन सभागार में सभी गौशालाओं की समीक्षा बैठक की गई.
- मुख्य विकास अधिकारी ने की गौशालाओं की समीक्षा, दिए निर्देश
- तत्काल प्रभाव से दो ग्राम विकास अधिकारी विकासखंड संदलपुर के धीरजकुमार तथा विकासखंड झिझक के अरविंद कुमार गौतम सस्पेंड किए गए.
- 6 प्रधान के विरुद्ध भी कार्रवाई करने के लिए निर्देश
ब्रजेन्द्र तिवारी, कानपुर देहात। गौशाला में लापरवाही पर मुख्य विकास अधिकारी ने दो ग्राम विकास अधिकारियों को निलंबित किया मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक गौशाला के प्रबंधन के लिए ग्राम पंचायत को जिम्मेदार बताया गया हैं आज 4 दिसंबर 2023 को विकास भवन सभागार में सभी गौशालाओं की समीक्षा बैठक की गई.
समीक्षा में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पाया गया कि कुछ ग्राम पंचायत के प्रधान तथा ग्राम पंचायत अधिकारियों द्वारा लापरवाही की जा रही है समय पर भरण पोषण की धनराशि की मांग ना करने पर तथा गौशाला का प्रबंधन सही न करने पर गौशाला में लक्ष्य के सापेक्ष संरक्षण न करने पर 6 प्रधान के विरुद्ध भी कार्रवाई करने के लिए निर्देश जिला पंचायत राजअधिकारी को दिया गया तत्काल प्रभाव से दो ग्राम विकास अधिकारी विकासखंड संदलपुर के धीरजकुमार तथा विकासखंड झिझक के अरविंद कुमार गौतम सस्पेंड किए गए.
खंड विकास अधिकारियों को भी गोवंश संरक्षण न करने पर विस्तारि करण में रुचि न लेने पर चेतावनी जारी की गई डेरापुर के सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों को हरे चारे की व्यवस्था न करने पर चेतावनी जारी किया गया तथा निर्देश दिया गया कि पंचायत ग्राम पंचायत मेंयदि हरे चारे की व्यवस्था तीन दिन के अंदर नहीं किया जाता है तो संबंधित ग्राम पंचायत विकास अधिकारी तथा प्रधान के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी सहायक विकास अधिकारी आईएसबी की तथा एडीओ पंचायत की जिम्मेदारी होगी कि प्रत्येक 20 तारीख तक उपयोगिता प्रमाण पत्र भरकर के भरण पोषण की धनराशि मांग कर लें गौशाला के प्रबंधन में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया की नियमित गोशाला का भ्रमण करें तथा खंड विकास अधिकारी को विकासखंड में न्यूनतम पांच गौशाला के विस्तारि करण का निर्देश दिया गया। लापरवाही करने वाले संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी का स्पष्टीकरण मागने का निर्देश दिया गया।