स्कूल की क्लास मैपिंग में जनपद पिछड़ा, आज है अंतिम तिथि
बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन संचालित परिषदीय विद्यालयों में अध्यापन कार्य में बड़ा बदलाव किया गया है। परिषदीय स्कूलों में पहली बार क्लास मैपिंग व्यवस्था शुरू की गई है।

- क्लास मैपिंग आज अनिवार्य रूप से करने के बीएसए ने दिए निर्देश
- मैपिंग ना करने वाले प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्यवाही
अमन यात्रा, कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन संचालित परिषदीय विद्यालयों में अध्यापन कार्य में बड़ा बदलाव किया गया है। परिषदीय स्कूलों में पहली बार क्लास मैपिंग व्यवस्था शुरू की गई है। कक्षाओं का संचालन इसी मैपिंग के जरिए होगा। क्लास मैपिंग की आज अंतिम तिथि है और जनपद की स्थिति बहुत ही खराब है मात्र 39 फीसदी स्कूलों ने ही क्लास मैपिंग की है। बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने सभी प्रधानाध्यापकों को आज हर हाल में मैपिंग करने के निर्देश दिए हैं। यह कार्य पूर्ण करने वाले प्रधानाध्यापकों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। पहले संबधित विषय के शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार अध्यापन कार्य करते थे।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से दस जुलाई को जारी पत्र के अनुसार निपुण भारत के तहत निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए यह व्यवस्था लागू की गई थी। पत्र के अनुसार बच्चों के शैक्षणिक स्तर को कक्षा के अनुरूप बनाने के लिए प्रधानाध्यापक को कक्षाएं और विषय आवंटित करनी है। इसे सुनियोजित शिक्षण कार्य कहा गया है। इसके अन्तर्गत स्कूल के शिक्षकों को कक्षावार मैपिंग उपलब्ध कराई जाएगी। किस शिक्षक को कब क्या और किस कक्षा में पढ़ाना है इसका पूरा रुट चार्ट बनेगा। जारी निर्देश के तहत इस संबंध में डीसीएफ पोर्टल विकसित किया गया जिस पर 20 जुलाई तक प्रधानाध्यापक द्वारा की गई मैपिंग को अपलोड किया जाना है। बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया क्लास मैपिंग के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को पूर्व में ही सर्कुलर जारी कर दिया था लेकिन अधिकांश प्रधानाध्यापकों द्वारा अभी तक यह कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। आज अंतिम मौका प्रदान किया है इसके बाद प्रधानाध्यापकों पर कार्यवाही की जाएगी।
Discover more from अमन यात्रा
Subscribe to get the latest posts sent to your email.