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होटल का कमरा नंबर था इत्तेफाक या साजिश, पड़ोसी कमरों में ठहरे लोगों से मिलेगा परिवार

मनीष हत्याकांड में गोरखपुर के होटल कृष्णा पैलेस का कमरा नंबर का नया इत्तेफाक सामने आया है। इसे लेकर भी घरवाले सशंकित हो रहे हैं और उस दिन होटल में मनीष के पड़ोसी कमरों में ठहरे लोगों से मुलाकात करने की तैयारी कर रहे हैं। इससे घटनाक्रम देखने वाले किसी चश्मदीद से पूरा वाकया पता चलता सकता है।

कानपुर,अमन यात्रा । मनीष हत्याकांड में गोरखपुर के होटल कृष्णा पैलेस का कमरा नंबर का नया इत्तेफाक सामने आया है। इसे लेकर भी घरवाले सशंकित हो रहे हैं और उस दिन होटल में मनीष के पड़ोसी कमरों में ठहरे लोगों से मुलाकात करने की तैयारी कर रहे हैं। इससे घटनाक्रम देखने वाले किसी चश्मदीद से पूरा वाकया पता चलता सकता है। उनका कहना है कि एसआइटी अपना काम कर रही है। वह लोग अपने स्तर पर वहां रुकने वाले लोगों से संपर्क साधने का प्रयास करेंगे। इससे उस दिन हुए घटनाक्रम की जानकारी जुटाएंगे और कड़ियां जोड़ने से पूरा मामला सामने आ जाएगा।

मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने बताया कि 27 सितंबर को पति होटल के कमरा नंबर 0512 में रुके थे। उस दिन होटल में छह अन्य लोगों ने भी कमरों की बुकिंग कराई थी। देर रात पुलिस ने चेकिंग के बहाने पति के कमरे में पहुंचकर बर्बरता की थी। पति और उनके दोस्तों को भी पीटा था। इस दौरान शोर मचा होगा। किसी को तो आवाजें सुनाई पड़ी होंगी। इसलिए पुलिस की मदद से होटल में उस दिन बुकिंग कराने वाले लोगों का ब्योरा लेकर अपने स्तर पर उनसे संपर्क करके जानने का प्रयास करेंगे कि उन्होंने उस दिन क्या देखा और सुना।

कमरा नंबर 0512 का इस्तेमाल कहीं शिकार बनाने के लिए तो नहीं

भारत संचार निगम लिमिटेड की डायरेक्टरी को देखें तो कानपुर के पीएनटी नंबरों का कोड 0512 है। मनीष भी कानपुर के थे। मनीष को होटल की ओर से 0512 नंबर का कमरा दिया जाना इत्तेफाक था या कुछ और। मीनाक्षी का कहना है कि इस बारे में जानकारी की जानी चाहिए कि आखिर इस कमरे का क्या राज है। कहीं ऐसा तो नहीं इस कमरे का इस्तेमाल सिर्फ शिकार बनाने के लिए ही किया जाता हो।

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Author: aman yatra


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