G-4NBN9P2G16
यादों के झरोखे से मैंने, जब अपनी मां को देखा।
सामने आ गई लम्हों की, समस्त रुप रेखा।।
जब घर में नहीं थे, खाने को निवाले।
फसलों पर पड़ गये थे, बिल्कुल पाले।।
तब तुम कहां से, अनाज लाती थी।।
खुद भूखे पेट रहकर, मुझे तुम खिलाती थीं।।
चेहरे की मुस्कान फिर भी, कभी न होती लीन।
और अपने काम में रहती, हर पल तल्लीन।।
फिर भी बचपन की यादें, विकट हो गई।
लगने लगा जैसे मां, प्रकट हो गई।।
मैं सुनाने लगा उन्हें, हृदय की बातें।
मां तुम बिन अच्छी नहीं, लगती अब रातें।।
तुमने अपने आंचल में छुपा कर, यदि लोरी सुनाई न होती।
तो आज हमने जिंदगी की लय, अपनी धुन में बजाई न होती।।
मौलिक एवं स्व रचित
राम सेवक वर्मा
विवेकानंद नगर पुखरायां कानपुर देहात उ०प्र० भारत
कानपुर देहात। सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले ने देशभर के लाखों शिक्षकों की नींद उड़ा दी है। कोर्ट ने आदेश… Read More
कानपुर देहात में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है।भाजपा जिलामंत्री शिवपाल सिंह की ट्रैक्टर की टक्कर से मौत हो गई।हादसे… Read More
कानपुर देहात के गजनेर थाना क्षेत्र के जलालपुर नागिन के पास नहर बंबा में आज एक बुजुर्ग का संदिग्ध परिस्थितियों… Read More
कानपुर देहात में आज दोपहर एक सड़क हादसा हुआ। गजनेर थाना क्षेत्र के मूसानगर रोड पर अज्ञात वाहन की टक्कर… Read More
पुखरायां। कानपुर देहात के भोगनीपुर तहसील में आज आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में एडीएम प्रशासन दुष्यंत कुमार मौर्य ने जनशिकायतों… Read More
कानपुर देहात: स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित की जा रही 69वीं जनपदीय एवं मंडलीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता के लिए… Read More
This website uses cookies.