रामलीला में सुग्रीव मित्रता,बाली बध व सीता की खोज के मनमोहक प्रसंग दिखाए गए
ऋषिमुक पर्वत पर बाली के डर से सुग्रीव छिपे रहते हैं इधर जंगलों में दो राजकुमार देखकर हनुमान जी को उनका पता लगाने को कहते हैं हनुमान जी ब्राह्मण का रूप धारण कर प्रभु श्रीराम से जाकर उनका परिचय पूछते हैं

पुखरायां। बरौर कस्बे के रामलीला मैदान में लवकुश दशहरा रामलीला कमेटी के तत्वाधान में चल रही चार दिवसीय रामलीला के दूसरे दिवस में मंगलवार को सुप्रसिद्ध कलाकारों के द्वारा सुग्रीव मित्रता तथा बाली बध लीला का सुंदर मंचन किया गया जिसे देखकर श्रोता भावविभोर हो गए वहीं कार्यक्रम में सुरक्षा की दृष्टिकोण से थाना इंचार्ज भी पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे तथा लोगों को सुरक्षा का अहसास कराते रहे। बताते चलें कि बरौर कस्बे में आयोजक मंडल द्वारा करीब 40 वर्षों से लगातार रामलीला मैदान में रामलीला कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है इसी क्रम में इस वर्ष भी ख्यातिप्राप्त कलाकारों द्वारा रामलीला का आयोजन किया जा रहा है जहां मंगलवार को लीला में कलाकारों द्वारा सुग्रीव मित्रता तथा बाली बध लीला का वर्णन किया गया।लीला में मंचन में दिखाया गया कि ऋषिमुक पर्वत पर बाली के डर से सुग्रीव छिपे रहते हैं इधर जंगलों में दो राजकुमार देखकर हनुमान जी को उनका पता लगाने को कहते हैं हनुमान जी ब्राह्मण का रूप धारण कर प्रभु श्रीराम से जाकर उनका परिचय पूछते हैं परिचय जानने के बाद हनुमान जी प्रभु के शरण में आ जाते हैं श्रीराम को लेकर पर्वत पर हनुमान जी आते हैं यहां प्रभु श्रीराम से सुग्रीव अपनी आपबीती बताते है तथा श्रीराम से सुग्रीव जी मित्रता कर सीता मां का पता लगाने का वचन देते हैं लीला को देखकर दर्शक भावविभोर हो जाते हैं वहीं कार्यक्रम में थाना इंचार्ज शिवशंकर सिंह ने भी सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस फोर्स सहित अपनी मौजूदगी दर्ज कराई तथा लोगों को सुरक्षा का अहसास कराते रहे।लीला में भगवान राम की भूमिका राम जी तिवारी ने निभाई सुग्रीव की भूमिका मानसिंह यादव ने बाली की भूमिका बलवीर सिंह यादव ने तथा हनुमान की भूमिका डॉक्टर कमलेश शंकर ने निभाई।इस मौके पर आयोजक मंडल से राजू चौधरी, बॉबी सचान,राजकुमार कमल,सोनू कमल,बेदू सचान,विजय कमल,हरिश्चंद्र उपाध्याय,कमलेश उपाध्याय,राजेश अवस्थी,बल्लू सचान, मूलचंद्र सैनी, मोनू पांडे आदि लोग भी मौजूद रहे।